क्या अखिलेश से नाराज है कांग्रेस का आलाकमान? एकतरफा फैसले से यूपी में दरक सकता है 'इंडिया' गठबंधन !

India alliance in UP: वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम से कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व भी दबाव में है, साथ ही पिछले कई चुनाव में उसका प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। अगर दोनों दलों में सामंजस्य नहीं दिखा तो गठबंधन दरक सकता है।

यूपी में टूट सकता है इंडिया गठबंधन!

India alliance in UP: लोकसभा चुनाव के लिए भले ही इंडिया गठबंधन बना हो, लेकिन सपा मुखिया अखिलेश यादव उसमें एकतरफा फैसले ले रहे हैं। इससे कांग्रेस नाखुश है। लेकिन, कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व खुलकर नहीं बोल रहा है। इस कारण यूपी में 'इंडिया' गठबंधन दरक सकता है। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि यूपी में कांग्रेस का संगठन कमजोर है। सपा को भी यह बात पता है। यही कारण है कि सपा इंडिया गठबंधन में अपने को एक बड़ी भूमिका में रखना चाहती है। नीतीश कुमार के जाने के बाद सपा को कांग्रेस पर अपना दबाव बढ़ाने का मौका मिल गया है।

इसी कारण से उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस को बिना बताए ही रालोद के साथ गठबंधन कर लिया और उन्हें सात सीटें भी दे दी। जब तक यह चल ही रहा था कि इसी बीच सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें देने की घोषणा कर दी। इसके बाद 16 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी कर दी। इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के लोग ज्यादा खुश नहीं हैं। इससे एक बात तो बिलकुल साफ है कि सपा सीट शेयरिंग अपने हिसाब से ही करेगी। वह यूपी में कांग्रेस को भाव देने वाले नहीं हैं।

गठबंधन धर्म की अवहेलना कर रही सपा

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, हमारी पार्टी इंडिया गठबंधन में लीड भूमिका अदा कर रही है। लेकिन, सपा लगातार गठबंधन धर्म की अवहेलना कर रही है। पहले हमारे शीर्ष नेतृत्व को बिना विश्वास में लिए ही महज 11 सीटें दे दी। इसके बाद अब अपने मन से 16 सीटें घोषित कर दी। उन सीटों में फैजाबाद, फर्रुखाबाद, खीरी, कानपुर देहात और धौरहरा में कांग्रेस ज्यादा समय तक चुनाव जीतती रही है। इस बार भी कार्यकर्ताओं ने बड़ी तैयारी कर रखी है। लेकिन, सपा के एकतरफा निर्णय से हमारे कार्यकर्ता काफी निराश हैं। इन्हें फैसला बदलना पड़ेगा। शीर्ष नेतृत्व को इस पर हस्तक्षेप करना पड़ेगा।

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