JK Congress Manifesto: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी किया घोषणापत्र, महिलाओं और छात्रों पर फोकस
JK Congress Manifesto: जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने कांग्रेस का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि यह जनता का घोषणापत्र है। जनता से सलाह लेकर कांग्रेस ने इसे बनाया है।
जम्मू कश्मीर के लिए कांग्रेस ने जारी किया घोषणापत्र
मुख्य बातें
- स्वयं सहायता समूहों के लिए ₹5 लाख तक का ब्याज मुक्त कर्ज- कांग्रेस
- हर परिवार को ₹25 लाख तक का हेल्थ बीमा-कांग्रेस
- घर की मुखिया को हर महीने ₹3000-कांग्रेस
JK Congress Manifesto: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा और पवन खेड़ा समेत जम्मू कश्मीर के अन्य नेता इस मौके पर मौजूद थे। जहां तारिक हमीद कर्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का यह घोषणापत्र, जनता की मांगों के आधार पर तैयार किया गया है।
ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए नेशनल कांफ्रेंस ने जारी किया घोषणापत्र, अनुच्छेद 370 की बहाली का किया वादा
'जनता का घोषणापत्र'
तारिक हमीद कर्रा ने कहा- मैं आपको बताना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी का यह घोषणापत्र वास्तव में जनता का घोषणापत्र है। 22 जिलों में समितियों के माध्यम से, हमने समाज के विभिन्न वर्गों से संपर्क किया, फीडबैक एकत्र किया और इन बहुमूल्य अंतर्दृष्टि को इस दस्तावेज़ में शामिल किया। हम गर्व से इसे जनता का घोषणापत्र कहते हैं।
जम्मू-कश्मीर के लिए कांग्रेस की गारंटी
- जम्मू-कश्मीर को स्टेटहुड दिलाएंगे
- घर की मुखिया को हर महीने ₹3000
- स्वयं सहायता समूहों के लिए ₹5 लाख तक का ब्याज मुक्त कर्ज
- हर परिवार को ₹25 लाख तक का हेल्थ बीमा
- 30 मिनट में सस्ती हेल्थ सर्विस
- हर तहसील में एम्बुलेंस से लैस मोबाइल क्लीनिक
- हर जिले में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
- कश्मीरी पंडितों के रिहैबिलिटेशन के लिए डॉ. मनमोहन सिंह की योजना पूरी तरह लागू होगी
- संविधान के तहत पिछड़े वर्ग को पूरा हक
- 1 लाख खाली नौकरियां भरेंगे
- परिवार के हर सदस्य को 11 किलो राशन
बीजेपी पर पवन खेड़ा का हमला
वहीं पवन खेड़ा ने कहा- "पिछले 10 साल से कश्मीर के जो हालात हैं, उससे कश्मीर का दिल जख्मों से भर गया है। लेकिन अब उन जख्मों पर मरहम लगाने का वक्त आ गया है। जम्मू-कश्मीर में एक लंबी रात खत्म होने वाली है और सुबह होने को है। यहां पिछले 10 साल से दिल्ली की एक ऐसी हुकूमत चल रही है, जिसमें लोगों की आवाज नहीं सुनी जा रही। यही ध्यान में रखते हुए 22 जिलों में हमारी टीम गई, लोगों से बात की और उसी के तहत हमारा मेनिफेस्टो तैयार किया गया। ये मेनिफेस्टो सिर्फ एक कागज का पुलिंदा नहीं है। ये हमारी गारंटी है। ये हक की बात है, जिसे हम पूरा कर के देंगे।"
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | इलेक्शन (elections News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
शिशुपाल कुमार author
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र...और देखें
End Of Feed
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited