कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन नहीं हो पाया है।
मुख्य बातें
- हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटों के लिए एक चरण में 5 अक्टूबर को होगा मतदान
- राज्य में मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच है, AAP भी मैदान में
- केजरीवाल की पार्टी और कांग्रेस में गठबंधन नहीं हो पाया है, AAP ने प्रत्याशी उतारे हैं
Haryana Assembly Election 2024 : हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी से गठबंधन न होने पर कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बयान दिया है। दीपेंद्र ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि सीट बंटवारे पर हमारी बातचीत आम आदमी पार्टी के साथ चल रही थी लेकिन इस बातचीत के दौरान ही उन्होंने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। कांग्रेस नेता ने गठबंधन न होने का ठीकरा आम आदमी पार्टी पर फोड़ा है। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की तीन सूची जारी कर चुकी है।
दरअसल, राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेतृत्व हरियाणा में आम आदमी पार्टी से गठबंधन चाहता था लेकिन मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि राज्य का एक बड़ा कांग्रेस नेता इस गठबंधन के पक्ष में नहीं है। इस नेता ने इस गठबंधन का विरोध किया है, इसके चलते गठबंधन पर बात नहीं बन पाई। गठबंधन न होने पर आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगी। सूत्रों का कहना है कि आप हरियाणा में कम से कम 10 सीटों की मांग कर रही थी लेकिन कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं थी।
हमारी बहुमत वाली सरकार बनेगी-दीपेंद्र
मीडिया से बातचीत में दीपेंद्र ने कहा कि 'भूपिंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व में कांग्रेस हरियाणा में अपनी बहुमत की सरकार बनाएगी। चुनाव में माहौल कांग्रेस के पक्ष में बन चुका है। भारत सरकार के डाटा के मुताबिक बेरोजगारी और अपराध के मामले में हरियाणा देश का नंबर एक राज्य है लेकिन हमारी सरकार में इसमें बदलाव लाया जाएगा। भाजपा हताश और परेशान है। भाजपा यहां अपनी सरकार बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है लेकिन इस बार जनता यह सरकार बदल देगी।' केजरीवाल की पार्टी के साथ गठबंधन न होने के सवाल पर दीपेंद्र ने कहा कि सीट बंटवारे पर हमारी उनके साथ बातचीत चल रही थी लेकिन उन्होंने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए।'
उम्मीदवारों की तीसरी सूची
आम आदमी पार्टी (आप) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 20 उम्मीदवारों की अपनी दूसरी और तीसरी सूची जारी की। इसमें पूर्व मंत्री छत्रपाल सिंह को बरवाला से टिकट दिया गया है। वह एक दिन पहले ही भाजपा छोड़कर आप में शामिल हुए थे। ‘आप’ ने कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे पर कोई सहमति न बन पाने के कारण अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया और सोमवार को 20 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी। पार्टी ने मंगलवार को पहले नौ उम्मीदवारों की अपनी दूसरी सूची जारी की। इसके बाद देर रात 11 उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की गई। दोनों सूचियों में ‘आप’ की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुशील गुप्ता का नाम नहीं है। पार्टी ने 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में से अब तक 40 सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है।
हुड्डा के खिलाफ प्रवीण गुसखानी
अपनी तीसरी सूची में, आप ने गढ़ी सांपला-किलोई निर्वाचन क्षेत्र से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ प्रवीण गुसखानी को मैदान में उतारा है। सूची में शामिल अन्य नेताओं में रादौर से भीम सिंह राठी, नीलोखेड़ी से अमर सिंह, इसराना से अमित कुमार, राई से राजेश सरोहा, खरखौदा से मंजीत फरमाना, कलानौर से नरेश बागरी, झज्जर से महेंद्र दहिया, अटेली से सुनील राव, रेवाड़ी से सतीश यादव और हथीन से राजेंद्र रावत शामिल हैं। दूसरी सूची में रीता बामनिया को साढौरा, किशन बजाज को थानेसर और हवा सिंह को इंद्री से उम्मीदवार बनाया गया है।
पार्टी ने रतिया से मुख्तियार सिंह बाजीगर, आदमपुर से भूपेंद्र बेनीवाल और बरवाला से छत्रपाल सिंह को टिकट दिया है। सूची के अनुसार, जवाहर लाल बावल से, प्रवेश मेहता फरीदाबाद और अबाश चंदेला तिगांव से चुनाव लड़ेंगे।
5 अक्टूबर को होगा मतदान
पार्टी ने एक बयान में कहा कि बरवाला से प्रत्याशी बनाए गए पूर्व मंत्री छत्रपाल सिंह सोमवार को भाजपा छोड़कर ‘आप’ में शामिल हो गए थे।
विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है। 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान पांच अक्टूबर को होगा। कांग्रेस के साथ गठबंधन के मुद्दे पर ‘आप’ की हरियाणा इकाई के अध्यक्ष सुशील गुप्ता ने सोमवार को कहा था, ‘मैं साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि हम पहले दिन से ही सभी 90 सीटों के लिए तैयारी कर रहे हैं। चुनावों के लिए बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 12 सितंबर है इसलिए इंतजार खत्म हो गया है।’ आप के एक अन्य नेता संजय सिंह ने कहा था कि पार्टी पूरी ताकत से हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
AAP 10 सीट मांग रही थी
इससे पहले सोमवार को, गुप्ता ने कहा था कि अगर कांग्रेस शाम तक समझौता नहीं कर पाती है तो ‘आप’ सभी 90 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम जारी करेगी। दोनों दलों के बीच बातचीत इस मुद्दे पर अटक गयी कि ‘आप’ कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सूत्रों के अनुसार, अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी 10 सीट मांग रही थी जबकि कांग्रेस ने उसे केवल पांच सीट की पेशकश की थी। कांग्रेस और आप ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा था जबकि पंजाब में उन्होंने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने हरियाणा में आप को एक सीट दी थी, जिस पर उसकी हार हुई थी।