Ghulam Nabi Azad: गुलाम नबी आजाद का बड़ा ऐलान, कहा- 'नहीं लड़ेंगे इस बार लोकसभा चुनाव'

Ghulam Nabi Azad not to contest polls: गुलाम नबी आजाद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे इस बारे में उन्होंने खुद घोषणा की,डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) पार्टी ने अनंतनाग-राजौरी सीट से उम्मीदवार बनाया था।

Ghulam Nabi Azad Not Contest

गुलाम नबी आजाद लोकसभा चुनाव 2024 नहीं लड़ेंगे

मुख्य बातें
  1. डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी प्रमुख गुलाम नबी आजाद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे
  2. डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) ने अनंतनाग-राजौरी सीट से उतारा था
  3. गुलाम नबी आजाद ने अनंतनाग में एक बैठक में इसकी घोषणा की

Ghulam Nabi Azad Latest News: गुलाम नबी आजाद ने लोकसभा चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) के प्रमुख को उनकी पार्टी ने अनंतनाग-राजौरी सीट से उम्मीदवार बनाया था पर अब उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है, इसके पीछे की वजह क्या है ये अभी साफ नहीं हो सका है।

ये भी पढ़ें-अगर वह मर्द हैं तो मेरे खिलाफ लड़ें, देखता हूं कितने वोट मिलते हैं- गुलाम नबी आजाद को उमर अब्दुल्ला ने दी खुली चुनौती

गौर हो कि इससे पहले, पूर्व कांग्रेस नेता को डीपीएपी (DPAP)ने अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से नामांकित किया था गुलाम नबी आजाद ने अनंतनाग में एक बैठक में इसकी घोषणा की।

इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने गुलाम नबी आजाद को बड़ी चुनौती दी थी

उमर अब्दुल्ला की चुनौती-'अगर वह मर्द हैं तो वह मेरे खिलाफ लड़ें'

उमर अब्दुल्ला ने डोडा जिले के थाथरी इलाके में अपने रोड शो के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहा था- 'मैं उन्हें (आजाद को) चुनौती देता हूं कि वह अपनी ताकत आजमाने के लिए मेरे खिलाफ (चुनाव) लड़ें। कैमरे के पीछे छिपना और (नेकां के खिलाफ) बयान देना बहुत आसान है। अगर वह मर्द हैं तो वह मेरे खिलाफ लड़ें। मैं देखूंगा कि उन्हें कितने वोट मिलते हैं।'

'हमने उन्हें अपना मित्र माना लेकिन वह भाजपा के मित्र निकले'

उमर अब्दुल्ला ने दावा किया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा- 'हम आजाद के खिलाफ तब तक नहीं बोले (जब उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और 2022 में अपनी पार्टी बनाई), जब तक उन्होंने नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को निशाना बनाना शुरू नहीं किया। हमने उन्हें अपना मित्र माना लेकिन वह भाजपा के मित्र निकले। नेशनल कॉन्फ्रेंस को निशाना बनाना आजाद की मजबूरी है क्योंकि वह भाजपा को निशाना नहीं बना सकते।'

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रवि वैश्य author

मैं 'Times Now नवभारत' Digital में Assistant Editor के रूप में सेवाएं दे रहा हूं, 'न्यूज़ की दुनिया' या कहें 'खबरों के संसार' में काम करते हुए करीब...और देखें

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