Gujarat: दंगा केस के दोषी की बेटी को टिकट दे घिरी BJP, 'डैमेज कंट्रोल' में कही यह बात; जानें- कौन हैं पायल कुकरानी?

Gujarat Assembly Elections 2022: दरअसल, कुकरानी साल 2002 के नरोदा पाटिया दंगा मामले (गोधरा दंगों के बाद अहमदाबाद जिले में) के 16 दोषियों में से शामिल मनोज कुकरानी की बेटी हैं। उन्हें अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिया गया है। नरोदा पाटिया दंगा में 97 मुसलमान मारे गए थे। पायल नरोदा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी ताल ठोंक रही हैं।

गुजरात बीजेपी चीफ ने कहा है कि दोषी की बेटी योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ रही हैं। (File: IANS/Twitter)

Gujarat Assembly Elections 2022: गुजरात (Gujarat) में चुनावी समर के बीच 30 बरस की एनेस्थेटिस्ट पायल कुकरानी को टिकट देने पर सियासी बवाल खड़ा हो गया। आनन-फानन डैमेज कंट्रोल मोड में आई बीजेपी के गुजरात इकाई के चीफ सीआर पाटिल ने उन्हें टिकट दिए जाने का बचाव किया। दो टूक कहा कि वह अपनी योग्यता के आधार पर इलेक्शन लड़ रही हैं।

पाटिल ने गुरुवार को मीडिया से कहा, ‘‘कोर्ट के आदेशानुसार, उन्हें (मनोज) दोषी ठहराया गया और उन्होंने अपनी जेल की सजा पूरी की। उनकी बेटी एक डॉक्टर हैं और शादीशुदा हैं। जब घटना हुई तो उनकी उम्र 10-15 साल रही होगी।’’ पायल की उम्मीदवारी पर हुए सवाल पर वह आगे बोले, ‘‘वह चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम हैं। वह पार्टी कार्यकर्ता हैं। हमने उन्हें योग्यता के आधार पर चुनाव लड़ने के लिए कहा है।’’

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