विनेश-बजरंग की राहुल से मुलाकात के बाद हरियाणा में बढ़ा सियासी तापमान, BJP ने किया पहलवानों को लेकर ये दावा

बुधवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विनेश फोगाट और पुनिया के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर साझा की, जिससे हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले पहलवानों के राजनीति में प्रवेश की अटकलों को बल मिला।

हरियाणा चुनाव में सरगर्मी बढ़ी

मुख्य बातें
  • विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया की राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हरियाणा में सियासी तापमान बढ़ा
  • इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के साथ ही पहलवानों के हालिया प्रदर्शन पर भी सवाल उठाए
  • खट्टर ने कहा, यह साबित करता है कि पिछले साल पहलवानों का विरोध राजनीति से प्रेरित था

Haryana Election 2024: पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया की कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद हरियाणा में सियासी तापमान बढ़ गया है। इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के साथ ही इन पहलवानों पर भी सवाल उठाए हैं। भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ओलंपियन विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया के साथ कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मुलाकात पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह साबित करता है कि पिछले साल पहलवानों का विरोध राजनीति से प्रेरित था।

खट्टर बोले, राजनीतिक चक्रव्यूह में फंस गए पहलवान

खट्टर ने कहा, मुझे लगता है कि हमारे एथलीट विरोध प्रदर्शन के दौरान राजनीतिक चक्रव्यूह में फंस गए हैं। जो शुरू हुआ वह अब अपने चरम पर पहुंच रहा है। पहलवानों का विरोध राजनीति से प्रेरित था। ये लोग (पहलवान) कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। इसका मतलब है कि एक सांठगांठ है। यदि यह तब साफ नहीं था, तो अब यह बिल्कुल स्पष्ट है। बता दें कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट उन पहलवानों में शामिल थे जिन्होंने भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के तत्कालीन प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने सिंह पर कई युवा जूनियर पहलवानों को परेशान करने का आरोप लगाया था।

राहुल से विनेश-बजरंग की मुलाकात

इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विनेश फोगाट और पुनिया के साथ अपनी मुलाकात की एक तस्वीर साझा की, जिससे हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले पहलवानों के राजनीति में प्रवेश की अटकलों को बल मिला। अटकलें लगाई जा रही हैं कि मूल रूप से चरखी दादरी की रहने वाली विनेश फोगाट अपने गृह नगर से चुनाव लड़ने पर विचार कर सकती हैं। हालांकि, उनके पारिवारिक संबंधों और प्रभाव को देखते हुए जींद जिले का जुलाना निर्वाचन क्षेत्र भी अधिक संभावित विकल्प हो सकता है। अगर भाजपा उनकी चचेरी बहन बबीता फोगाट को उसी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारती है, तो चरखी दादरी में चचेरी बहनों भाइयों के बीच टकराव दिख सकता है।

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