हिमाचल के मंत्री विक्रमादित्य सिंह की कंगना रनौत को लेकर टिप्पणी-विवादों की 'क्वीन' हैं कंगना

विक्रमादित्य सिंह ने कहा, लेकिन इन मुद्दों को लोकसभा चुनाव में उठाया जाएगा और कंगना को हिमाचल प्रदेश, विशेष रूप से मंडी के लोगों को जवाब देना होगा। इस सीट पर, लोक निर्माण मंत्री और उनकी मां प्रतिभा सिंह, दोनों ही लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से संभावित उम्मीदवार हैं।

kangana ranaut

मंडी लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार कंगना रनौत

हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार कंगना रनौत को सोमवार को विवादों की 'क्वीन' करार दिया। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि कंगना एक अच्छी अभिनेत्री हैं लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह विवादों की 'क्वीन' हैं। यदि उन्हें लगता है कि उन्होंने समय-समय पर जो कुछ कहा है उसका जिक्र चुनावों के दौरान नहीं किया जाएगा तो उन्हें 'जय श्री राम'।
सिंह, मंडी संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रभारी भी हैं जबकि उनकी मां इस सीट से मौजूदा सांसद हैं। 'बीफ' खाने को लेकर कंगना के खिलाफ एक आरोप का संदर्भ देते हुए सिंह ने कहा कि वह प्रभु राम से उन्हें (अभिनेत्री) सदबुद्धि देने की प्रार्थना करते हैं। मंत्री ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि कंगना देवभूमि हिमाचल से शुद्ध होकर बॉलीवुड लौटेंगी क्योंकि वह चुनाव तो जीत नहीं पाएंगी और इसका कारण है कि उन्हें राज्य के लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
कंगना ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'यह शर्मनाक है कि मेरे बारे में पूरी तरह से निराधार अफवाहें फैलायी जा रही हैं। मैं बीफ या किसी भी प्रकार का लाल मांस नहीं खाती।'
सिंह ने कहा कि कंगना हिमाचल की बेटी होने का दावा कर रही हैं लेकिन 'देवभूमि' की कई बेटियां हैं जिन्होंने राज्य और राष्ट्र को कई क्षेत्रों में गौरवान्वित किया तथा 'मेरी बड़ी बहन उनमें से एक हैं जो मणिपुर की मुख्य न्यायाधीश थीं।'

'विक्रमादित्य सिंह को अब 'पल-पल पलटूराम' के तौर पर जाना जाएगा'

पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर के एक बयान का जवाब देते हुए पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा, 'मुझे जयराम ठाकुर से किसी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है जो हर क्षण अपने निर्णय बदलते रहते हैं और मुख्यमंत्री रहने के दौरान भी ऐसा किया करते थे।' ठाकुर ने कहा था कि बार-बार अपना रुख बदलने को लेकर विक्रमादित्य सिंह को अब 'पल-पल पलटूराम' के तौर पर जाना जाएगा।सिंह ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि उन्होंने अक्सर अपने बयान बदले हैं, उन्हें राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण तक नहीं मिला था।

'उनके परिवार का मंडी के लोगों से भावनात्मक जुड़ाव है'

मंत्री ने कहा, 'मैंने कहा था कि मैं समारोह में शामिल होऊंगा और मैंने ऐसा किया।' सिंह ने कहा कि उनके परिवार का मंडी के लोगों से भावनात्मक जुड़ाव है क्योंकि उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और मां प्रतिभा सिंह इस सीट से चुनाव जीते हैं।उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए मजबूत उम्मीदवार उतारे जाएंगे तथा उनके नामों पर निर्णय 13 अप्रैल को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में लिया जाएगा।'
उन्होंने कहा कि वह आलाकमान के निर्देशों का पालन करेंगे।इस बीच, संवाददाताओं से बात करते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि नयी दिल्ली में हुई समन्वय समिति की बैठक के दौरान मंडी लोकसभा सीट से विक्रमादित्य सिंह के नाम पर भी चर्चा हुई।
प्रतिभा ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उनका (विक्रमादित्य का) नाम सुझाया और यह राय व्यक्त की कि वह युवा, ऊर्जावान और अच्छे वक्ता हैं तथा (मंडी सीट पर) कंगना के लिए एक अच्छे प्रतिस्पर्धी होंगे। हालांकि, अंतिम निर्णय कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा लिया जाएगा।उन्होंने कहा, 'कांग्रेस के बागी राजेंद्र राणा और सुधीर शर्मा को (राज्य में) सरकार से कुछ उम्मीदें थीं तथा हमने भी उनके मुद्दे उठाये थे। यदि उनके मुद्दों का समय पर हल कर दिया जाता तो यह स्थिति पैदा नहीं होती।' ठाकुर ने रविवार को प्रतिभा सिंह एवं उनके बेटे को निशाना बनाया था और कहा कि उन्होंने बागियों को उकसाने में एक बड़ी भूमिका निभाई तथा बाद में वे अपने रुख से पलट गए।
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