मेंढर रैली में अब्दुल्ला, मुफ्ती, नेहरू-गांधी परिवार पर जमकर बरसे गृह मंत्री, 3 परिवारों पर आतंकवाद फैलाने का लगाया आरोप

Amit Shah Mendhar Rally : अमित शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि 90 के दशक से ये तीन परिवार में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैलाते आ रहे हैं। जबकि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने राज्य में आतंकवाद का अंत किया है। यहां के युवाओं में आज पत्थर की जगह लैपटाप है।

मेंढर में रैली को संबोधित करते गृह मंत्री अमित शाह।

मुख्य बातें
  • जम्मू कश्मीर में इस बार तीन चरणों में हो रहा है विधानसभा चुनाव
  • पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ, 61 प्रतिशत हुई वोटिंग
  • दूसरे चरण का मतदान 25 को, 1 अक्टूबर को तीसरे चरण की वोटिंग
Amit Shah Mendhar Rally : जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रचार जोरों पर है। नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं। एक दूसरे पर जुबानी हमले जारी हैं। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को मेंढर में भाजपा की रैली को संबोधित किया। इस रैली में उन्होंने अब्दुल्ला, मुफ्ती और नेहरू गांधी परिवार पर जमकर हमला बोला। शाह ने आरोप लगाते हुए कहा कि 90 के दशक से ये तीन परिवार में जम्मू कश्मीर में आतंकवाद फैलाते आ रहे हैं। जबकि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने राज्य में आतंकवाद का अंत किया है। यहां के युवाओं में आज पत्थर की जगह लैपटाप है।

सीमा पर और बंकर बनाएंगे-शाह

इससे पहले पुंछ जिले के सीमावर्ती इलाके में भाजपा उम्मीदवार मुर्तजा खान के समर्थन में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘युवाओं के हाथों में बंदूकों और पत्थरों की जगह लैपटॉप देकर आतंकवाद का सफाया करने के लिए’भाजपा नीत केंद्र सरकार की सराहना की और कहा कि उनकी सरकार जम्मू क्षेत्र के पहाड़ों में बंदूकों की आवाज नहीं गूंजने देगी। शाह ने कहा, ‘हम लोगों की सुरक्षा के लिए सीमा पर और बंकर बनाएंगे। मैं आपको 1990 के दशक में सीमा पार से होने वाली गोलीबारी की याद दिलाना चाहता हूं... क्या आज भी सीमा पार से गोलीबारी हो रही है?’

'अब पाकिस्तान मोदी से डरता है'

उन्होंने कहा, ‘ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां पहले के शासक पाकिस्तान से डरते थे, लेकिन अब पाकिस्तान मोदी से डरता है। वे गोलीबारी करने की हिम्मत नहीं करेंगे, लेकिन अगर वे ऐसा करते हैं, तो उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’भाजपा नेता जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आए हैं और उनका पुंछ के सुरनकोट, राजौरी जिले के थानामंडी एवं राजौरी तथा जम्मू जिले के अखनूर में चार और चुनावी रैलियों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और तत्कालीन राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों - जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित किए जाने के बाद जम्मू- कश्मीर में विधानसभा चुनाव पहली बार हो हो रहा है।
End Of Feed