क्या रायबरेली में प्रियंका के खिलाफ वरुण गांधी को उतारने की है तैयारी? BJP दे सकती है 2024 चुनाव का सबसे बड़ा सरप्राइज

Varun Gandhi vs Rahul Gandhi vs Priyanka in Raebareli: रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू और सोनिया गांधी जैसे कुछ कांग्रेसी दिग्गजों ने किया है। दो दशकों तक इस सीट से सांसद रहीं सोनिया गांधी ने हाल ही में संसद जाने के लिए राज्यसभा का रास्ता अपनाया है।

वरुण गांधी पर बढ़ा सस्पेंस

Varun Gandhi: एक तरफ जहां अटकलें लग रही हैं कि कांग्रेस अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी को उतार सकती है। वहीं, दूसरी तरफ ये भी खबर आ रही है कि भारतीय जनता पार्टी रायबरेली को लेकर ऐसी रणनीति बना रही है जो कांग्रेस को पूरी तरह चौंका देगी। अटकलें हैं कि बीजेपी रायबरेली से वरुण गांधी को मैदान में उतार सकती है। कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार पर फैसला नहीं किया है, हालांकि प्रियंका गांधी का नाम जोर-शोर से उठ रहा है। पार्टी कार्यकर्ता इस प्रतिष्ठित सीट के लिए प्रियंका गांधी का नाम तय करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व पर दबाव डाल रहे हैं।

वरुण गांधी के जवाब से बढ़ा सस्पेंस

रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व फिरोज गांधी, इंदिरा गांधी, अरुण नेहरू और सोनिया गांधी जैसे कुछ कांग्रेसी दिग्गजों ने किया है। दो दशकों तक इस सीट से सांसद रहीं सोनिया गांधी ने हाल ही में संसद जाने के लिए राज्यसभा का रास्ता अपनाया है। वरुण गांधी का नाम इसलिए भी उछला है क्योंकि उन्होंने ऐसी खबरों पर नपा-तुला जवाब दिया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह रायबरेली से चुनाव लड़ेंगे, वरुण गांधी ने न तो इसकी पुष्टि की और न ही इससे इनकार किया। द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में वरुण ने कहा कि गोपनीयता के आश्वासन के साथ हुई बातचीत पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करना मेरे लिए उचित नहीं होगा। किसी भी मामले में मेरा हमेशा से मानना रहा है कि चुनाव व्यक्तित्व के बजाय मुद्दों के बारे में होना चाहिए। वरुण के इसी बयान के बाद उनके रायबरेली से चुनाव लड़ने की खबरें गर्म हैं।

पीलीभीत से कटा वरुण का टिकट

वरुण गांधी पीलीभीत से मौजूदा सांसद हैं लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया और उनकी जगह जितिन प्रसाद को टिकट मिला है। हालांकि हाईकमान ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा कि इस बार उन्हें टिकट क्यों नहीं दिया गया। कयास लगते रहे कि राज्य सरकार और केंद्र की कुछ नीतियों के खिलाफ उनकी आलोचनात्मक टिप्पणियों ने शीर्ष नेतृत्व को नाराज कर दिया है।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव ...और देखें

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