Jammu-Kashmir Elections: 90 विधानसभा सीटों पर मैदान में 908 उम्मीदवार; आंकड़ों से समझिए चुनावी समीकरण

Jammu-Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर के चुनावी मैदान में इस बार 908 उम्मीदवार उतरे हैं, जिनमें से 40 फीसदी निर्दलीय हैं। 90 विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव में सोपोर सीट पर ही सबसे ज्यादा 14 निर्दलीय उम्मीदवार भी किस्मत आजमा रहे हैं। आपको सारा गुणा गणित समझाते हैं।

प्रतीकात्मक तस्वीर।

Election News: जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे 908 उम्मीदवारों में से 40 फीसदी से ज्यादा निर्दलीय हैं और ऐसा दावा किया जा रहा है कि इनमें से ज्यादातर प्रत्याशियों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वोटों के बंटवारे के इरादे से खड़ा किया है। अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र-शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटे जाने के बाद से वहां पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर में 90 सीटों पर हो रहा चुनाव

वर्ष 2022 में परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या 87 से बढ़कर 90 हो गई, जिनमें से 47 सीट कश्मीर घाटी में और 43 सीट जम्मू में हैं। चुनाव मैदान में निर्दलीय उम्मीदवारों की अधिक संख्या को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां), कंग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने आरोप लगाया कि इन्हें ‘दिल्ली’ से समर्थन मिल रहा है।

तीन चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कुल 365 उम्मीदवारों ने निर्दलीय के रूप में पर्चा भरा है। जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय उम्मीदवारों की यह दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। अमरनाथ भूमि विवाद आंदोलन के तुरंत बाद हुए 2008 के विधानसभा चुनावों में 468 उम्मीदवारों ने निर्दलीय के रूप में किस्मत आजमाई थी। इस आंदोलन में दर्जनों लोग मारे गए थे और सैकड़ों लोग घायल हुए थे।

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