कोयलांचल में कौन मारेगा बाजी? बड़े-बड़े चेहरों पर लगा है दांव, सभी ने झोंकी पूरी ताकत

Who will win in Koyalanchal: झारखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा? इस सवाल का जवाब 23 नवंबर को मिल ही जाएगा। दो चरणों में हो रहे इस बार के विधानसभा चुनाव में सैकड़ों करोड़पति उम्मीदवार ने अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। देखना होगा कि कोयलांचल की जनता किस पार्टी पर अपना भरोसा जताती है।

Who will win in Koyalanchal

कोयलांचल में किस पार्टी का बजेगा डंका?

Jharkhand Assembly Election: क्या झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार दोबारा सत्ता के सिंहासन पर काबिज हो पाएगी? या फिर भारतीय जनता पार्टी इस सूबे में 5 साल के सूखे को खत्म कर लोगों का भरोसा जीतने में कामयाब हो जाएगी? झारखंड में दो चरणों में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को हो चुका है, अब हर कोई 20 और 23 नवंबर का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार कर रहा है। 20 तारीख को दूसरे चरण की वोटिंग होंगी। इन दौरान सूबे की संथाल परगना और कोयलांचल की 38 सीटों पर मतदान होगा। सवाल ये है कि आखिर कोयलांचल में कौन बादी मारेगा?

क्या कहता है कोयलांचल का समीकरण?

संथाल परगना और कोयलांचल की 38 विधानसभा सीटों में से 28 पर INDIA और NDA गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है, लेकिन इनमें से 10 ऐसी सीटें हैं, जिनपर त्रिकोणीय लड़ाई देखने को मिल रही है। आखिरी वक्त में तो एक-दो सीट पर चौतरफा मुकाबला नजर आने लगा। आपको बताते हैं कि किन तीन जिलों पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

धनबाद, गिरिडीह और बोकारो की जंग

कोयलांचल के इन तीन जिलों में आने वाली 16 विधानसभा सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। यदि पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र किया जाए, तो इन 16 में से आठ विधानसभा सीटों पर भाजपा नीत NDA ने जीत दर्ज की थी, जबकि गैर एनडीए गठबंधन ने भी 8 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। दूसरे चरण के मुकाबले में खुद हेमंत सोरेन की किस्मत का फैसला होगा। लेकिन इनमें से सबसे अहम मुकाबला धनवार सीट से उम्मीदवार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, गांडेय सीट से उम्मीदवार कल्पना सोरेन, चंदनकियारी से अमर कुमार बाउरी... जैसे नेताओं का होगा।

किन दिग्गजों की किस्मत का होगा फैसला?

दूसरे चरण के लिए होने वाली वोटिंग में जिन प्रमुख राजनीतिक दिग्गजों की अग्नि परीक्षा होगी, उनमें हेमंत सोरेन, बाबूलाल मरांडी, कल्पना सोरेन, अमर बाउरी, स्टीफन मरांडी, लोबिन हेम्ब्रम, हेमलाल मुर्मू, रबिन्द्रनाथ महतो, सीता सोरेन, बसंत सोरेन, लुईस मरांडी, बादल, हफीजुल हसन, रणधीर सिंह, प्रदीप यादव, दीपिका पांडेय सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह और सुदेश महतो का नाम शामिल हैं।

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष का क्या होगा?

धनवार विधानसभा सीट पर भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को मैदान में उतारा है। साल 2019 में उन्होंने झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर जीत हासिल की थी। हालांकि इस बार वो भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर जेएमएम ने यहां से पूर्व विधायक निजामुद्दीन अंसारी को चुनाव मैदान में उतारा है। जबकि माले के पूर्व विधायक राजकुमार यादव भी चुनाव मैदान में हैं।

कल्पना सोरेन का मुनिया देवी से मुकाबला

हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को जेएमएम ने उसके गढ़ कही जाने वाली गांडेय विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। इस वर्ष उपचुनाव में इस सीट से जेएमएम की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन ने जीत हासिल की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन फिर से चुनाव मैदान में हैं। वहीं बीजेपी ने यहां इस बार मुनिया देवी को चुनाव मैदान में उतारा हैं। गिरिडीह जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी मुनिया देवी की इस इलाके में मजबूत पकड़ मानी जाती है। मुनिया देवी पिछले वर्ष ही भाजपा में शामिल हुईं थीं।

कड़े मुकाबले में फंसे अमर कुमार बाउरी

बीजेपी विधायक दल के नेता और चंदनकियारी विधानसभा सीट से उम्मीदवार अमर कुमार बाउरी के सामने इस बार काफी कड़ी चुनौती है। साल 2014 और 2019 में चंदनकियारी से अमर बाउरी ने झाविमो और बीजेपी उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। आजसू पार्टी के उमाकांत रजक ने बाउरी को दोनों बार टक्कर दी, लेकिन इस बार बीजेपी-आजसू पार्टी के बीच तालमेल होने पर उमाकांत रजक ने जेएमएम का दामन थाम लिया और जेएमएम ने उन्हें अपना प्रत्याशी बताया है। उमाकांत रजक भी 2009 में इस सीट से चुनाव जीत चुके हैं। ऐसे में अमर बाउरी की राह आसान नहीं है।

डुमरी में बेबी देवी की राह मुश्किल

डुमरी विधानसभा सीट से जेएमएम प्रत्याशी और मंत्री बेबी देवी की राह भी आसान नजर नहीं आ रही है। आजसू पार्टी की यशोदा देवी टक्कर दे रही हैं, तो वहीं जेएलकेएम अध्यक्ष जयरा महतो भी चुनावी जंग में जोरदार चुनाव लड़ रहे हैं। बेबी देवी ने साल 2023 के उपचुनाव में यहां से जीत हासिल की थी। इससे पहले जेएमएम के वरिष्ठ नेता रहे जगरनाथ महतो इस सीट पर चार बार चुनाव जीत चुके हैं।

दूसरे चरण में 127 करोड़पति उम्मीदवार

दूसरे चरण में 20 नवंबर को संथाल परगना और कोयलांचल की 38 सीटों पर मतदान होगा। झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुल 127 करोड़पति उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें समाजवादी पार्टी के अकील अख्तर सबसे अमीर हैं और उन्होंने 400 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है। यह जानकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की बृहस्पतिवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गयी है। झारखंड इलेक्शन वॉच और एडीआर ने 20 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव के लिए 38 निर्वाचन क्षेत्रों के 528 उम्मीदवारों में से 522 द्वारा स्वयं दिए गए हलफनामों का विश्लेषण किया।

522 उम्मीदवारों में से 127 (24 प्रतिशत) करोड़पति हैं, जबकि 148 (28 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किये हैं। समाजवादी पार्टी के टिकट पर पाकुड़ से चुनाव लड़ रहे अकील अख्तर दूसरे चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं, जिन्होंने 99.51 लाख रुपये की चल संपत्ति और 402 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति घोषित की है। उनके बाद धनवार से निर्दलीय उम्मीदवार निरंजन राय हैं, जिनके पास लगभग 137 करोड़ रुपये की संपत्ति है, और धनवार से ही आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के मोहम्मद दानिश हैं, जिनके पास लगभग 32 करोड़ रुपये की संपत्ति है।

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आयुष सिन्हा author

मैं टाइम्स नाउ नवभारत (Timesnowhindi.com) से जुड़ा हुआ हूं। कलम और कागज से लगाव तो बचपन से ही था, जो धीरे-धीरे आदत और जरूरत बन गई। मुख्य धारा की पत्रक...और देखें

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