Karnataka Elections 2023: मोदी के बजरंग बली नारे से लेकर सोनिया की एंट्री तक...चुनाव प्रचार में अब तक क्या-क्या हुआ
इस बार चुनाव प्रचार चरम पर रहा और सियासी घमासान नए शिखर पर पहुंचा। घोषणापत्र में फ्री राशन, आरक्षण से लेकर बजरंग बली की गूंज सुनाई दी।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार
Karnataka Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव प्रचार का शोर आज थम रहा है। मतदान 10 मई को होगा। भारतीय जनता पार्टी के लिए इस बार का चुनाव करो या मरो का है। उसके सामने अपने दक्षिण के दुर्ग को बचाए जाने की चुनौती है। वहीं, कांग्रेस वापसी की पुरजोर कोशिश में है। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है। इस मुकाबले को जेडीयू ने त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है। इस बार चुनाव प्रचार चरम पर रहा और सियासी घमासान नए शिखर पर पहुंचा। घोषणापत्र में फ्री राशन, आरक्षण से लेकर बजरंग बली की गूंज सुनाई दी। आइए जानते हैं कि चुनाव प्रचार के दौरान अब तक क्या-क्या हुआ।
बीजेपी का घोषणापत्र
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बेंगलुरू में 1 मई को अपना घोषणा पत्र/विजन डॉक्यूमेंट जारी किया। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम बासवराज बोम्मई, बीएस येदियुरप्पा सहित अन्य नेताओं की मौजूदगी में जारी इस घोषणा पत्र में सभी वर्गों को लुभाने की कोशिश की गई। घोषणा पत्र में गरीब परिवारों (बीपीएल) को हर साल तीन घरेलू सिलेंडर देने का वादा किया गया है। भगवा पार्टी ने हर महीने राशन और आधा लूटर दूध देने का भी वादा किया है। पार्टी लोगों को पांच किलो चावल भी देगी। भाजपा ने वादा किया है कि सत्ता में लौटने पर वह समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू करेगी।
कांग्रेस का घोषणापत्र
कर्नाटक चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने 2 मई को अपना घोषणा पत्र जारी किया। अपने घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा कि वह किसी भी हालत में नंदिनी दूध को खत्म नहीं होने देगी। कृषि क्रांति के तहत 1.5 करोड़ लीटर दूध के उत्पादन पर जोर दिया गया है। इसके अलावा पशु भाग्य के तहत 3 लाख तक का लोन डेयरी किसानों को दिया जाएगा। इस रकम से वे पशु खरीद सकेंगे।
इसके अलावा डेयरी किसानों को 50,000 का कृषि क्रांति क्रेडिट कार्ड, गोबर की 3/किलो खरीद, महिलाओं को पशु खरीदने के लिए ब्याज मुक्त ऋण, SC का रिजर्वेशन 15% से 17% करने, ST का 3% से 7% करने अल्पसंख्यकों का रिजर्वेशन वापस लाने, लिंगायतों, वोक्कलिग्गा और दूसरे समुदायों का रिजर्वेशन बढ़ाने के वादे किए गए। साथ ही कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करके इस पर पाबंदी लगाने की बात कहकर विवाद खड़ा कर दिया।
राहुल-प्रियंका की रैलियां
राहुल गांधी ने कर्नाटक में 17 रैलियां और रोड शो किए, जबकि उनकी बहन प्रियंका गांधी 19 रैलियां कर चुकी थीं। राहुल ने राज्य में बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए करप्शन का मामला उठाया। प्रियंका ने भी बीजेपी और पीएम मोदी को निशाने पर लिया। 7 मई की रैली में राहुल ने कर्नाटक में कथित भ्रष्टाचार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि राज्य में 40 प्रतिशत कमीशन से डबल इंजन सरकार के प्रत्येक इंजन को कितना मिला है। गांधी ने संसद में अडानी मुद्दे को उठाने के लिए प्रधानमंत्री पर उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने का भी आरोप लगाया। गांधी ने बेंगलुरु के पास आनेकल में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले तीन साल से कर्नाटक में भाजपा की सरकार है और प्रधानमंत्री यहां के भ्रष्टाचार से वाकिफ हैं। आप इसे डबल इंजन की सरकार कहते हैं। इस बार डबल इंजन चोरी हो गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया, मोदी जी, कृपया कर्नाटक के लोगों को बताएं कि किस इंजन को 40 प्रतिशत कमीशन में से कितना मिला।
पीएम मोदी का आगमन
3 मई की रैली में पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस तो अब बजरंग बली को नहीं छोड़ रही है। मुदिबीरी में उन्होंने में उन्होंने आतंकवाद के मुद्दे पर भी कांग्रेस की घेरेबंदी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आतंक के आकाओं को बचाती है, तुष्टिकरण को बढ़ाती है। तुष्टिकरण की यही नीति कांग्रेस की एक मात्र पहचान है। राजस्थान में कांग्रेस ने एक बम विस्फोट में शामिल अभियुक्तों का बचाव किया। सभी आरोपियों को क्लीन चिट मिल गई है। क्या आप कर्नाटक में कांग्रेस को सत्ता में आने देंगे, क्या आप उन्हें अपने राज्य को बर्बाद करने देंगे?पूरा देश हमारे सैनिकों का सम्मान करता है लेकिन कांग्रेस हमारे सैनिकों का अपमान करती है। आज पूरी दुनिया भारत में लोकतंत्र और विकास को सम्मान दे रही है, लेकिन कांग्रेस उलटे गियर में घूम-घूम कर देश को बदनाम कर रही है और विदेशी धरती पर देश को बदनाम कर रही है।
बजरंग बली विवाद और नारा
इस बीच कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में बजरंग बली की एंट्री हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में भाजपा के चुनाव प्रचार के बीच बजरंग बली का जिक्र किया। उन्होंने कर्नाटक के मुदबिद्री में 'बजरंगबली' के नारों के साथ अपनी रैली का समापन किया। उन्होंने इस रैली में जनता से बजरंग बली के नारे भी लगवाए जिसे लेकर खूब सियासी हंगामा मचा।
सोनिया की एंट्री
कर्नाटक चुनाव प्रचार के अंतिम चरण में कांग्रेस की तरफ से पहली बार सोनिया गांधी ने रैली की। 6 मई को उन्होंने हुबली में एक जनसभा को संबोधित किया। 2019 के बाद ये उनकी पहली रैली थी। सोनिया ने बीजेपी को लोकतंत्र की परवाह न करने वाली पार्टी बताया। सोनिया ने कहा कि बीजेपी डाका डालकर सत्ता हथियाने में माहिर है और उसे लोकतंत्र की परवाह नहीं है।
सोनिया ने कहा कि बीजेपी नेता धमकी देते हैं कि अगर वो नहीं जीते तो कर्नाटक के लोगों को पीएम मोदी का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। मैं बीजेपी को बताना चाहती हूं कि कर्नाटक के लोग किसी के आशीर्वाद पर नहीं, अपनी मेहनत पर भरोसा करते हैं। मुझे भरोसा है कि अब इस राज्य के दिन बदलने वाले हैं।
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करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें
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