पांचवे चरण में राहुल, लालू समेत कई सियासी परिवारों का होगा कड़ा इम्तिहान
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव-2024 के पांचवें चरण को लेकर शनिवार शाम छह बजे से प्रचार थम जाएगा। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए 20 मई (सोमवार) को मतदान होगा। इस चरण में 8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 49 सीटों पर वोटिंग होनी है। पांचवे चरण में कई बड़े चेहरों की किस्मत दांव पर है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ-साथ कई अन्य केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत का फैसला इस चरण में होना है। यह चरण इस मायने में भी खास है क्योंकि कई राजनीतिक परिवारों के वारिस भी इस चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
पीएम मोदी की ओर से राजनीति में परिवारवाद को लेकर लगातार हमला किया जाता रहा है लेकिन हर दल से राजनीतिक परिवारों के वारिस चुनाव मैदान में ताल ठोंकते नजर आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर और महाराष्ट्र हर जगह राजनीतिक वारिस अपनी सियासी जमीन को या तो तलाश रहे हैं या फिर और मजबूत करने की कोशिश में लगे हुए है।
रायबरेली व अमेठी सीट का होगा फैसला
इंडिया गठबंधन के लिए पांचवां चरण इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें कांग्रेस की रायबरेली व अमेठी सीट का चुनाव है। सोनिया गांधी की रायबरेली सीट पर इस बार उनके बेटे व कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव मैदान में हैं और अमेठी से स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही हैं।
उमर अब्दुल्ला की किस्मत का होगा फैसला
पांचवें चरण में जम्मू-कश्मीर की बारामूला सीट पर भी चुनाव हो रहा है। यहां की बारामूला लोकसभा सीट पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला मैदान में हैं। उमर अब्दुल्ला को पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन से कड़ी टक्कर मिलने की संभावना जताई जा रही है। अब्दुल्ला परिवार देश की चर्चित और बेहद कामयाब सियासी परिवारों में से एक गिनी जाती है। देश में यही एकमात्र परिवार है जिनकी 3 पीढ़ियों को मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य मिला। उनके दादा शेख अब्दुल्ला, पिता फारुक अब्दुल्ला और खुद उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल चुका है।
सारण सीट से लालू की बेटी रोहिणी आचार्य लड़ रही चुनाव
वही अगर बिहार की बात करे तो बिहार की सियासत में भी कई राजनीतिक परिवारों का मजबूत दबदबा दिखता रहा है। इस बार के चुनाव में यहां पर कई बड़े सियासी परिवारों की दूसरी या तीसरी पीढ़ी अपनी किस्मत आजमा रही है। इस चुनाव में बिहार की चर्चित सीटों में शुमार है सारण सीट। इस सीट से राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ रही हैं। इस क्षेत्र को लालू परिवार का गढ़ कहा जाता है। यहां से लालू यादव और राबड़ी देवी चुनाव लड़ चुके हैं। लालू 4 बार यहां से सांसद चुने गए। अब उनकी बेटी रोहिणी आचार्य अपनी सियासी पारी का आगाज करने को बेताब हैं। हालांकि उनके सामने चुनौती आसान नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी उन्हें कड़ी चुनौती दे रहे हैं। वह यहां से 4 बार सांसद चुने जा चुके हैं।
श्रीकांत शिंदे पांचवे चरण में लगा सकते है हैट्रिक
महाराष्ट्र में भी कई राजनीतिक परिवारों के वारिस भी इस चरण में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे डॉक्टर श्रीकांत शिंदे भी चुनावी जीत की हैट्रिक लगाने में कोशिश में जुटे हैं। श्रीकांत ने महज 27 साल की उम्र में 2014 के चुनाव में शिवसेना के टिकट पर जीत हासिल की थी। फिर 2019 के चुनाव में वह कल्याण सीट से फिर चुनाव जीतने में कामयाब रहे। अब उनकी नजर जीत की हैट्रिक पर लगी है। उनके सामने मैदान में शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) के वैशाली डारेकर राणे चुनौती पेश कर रही हैं।
इस बीच मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि शनिवार को शाम छह बजे से सभी लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार संबंधी समस्त गतिविधियों व अभियानों पर प्रतिबंध रहेगा। चुनाव प्रचार समाप्त होने के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में सभी राजनीतिक दलों के बाहरी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की मौजूदगी पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगी।
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