नागपुर लोकसभा सीट: नागपुर में गडकरी ने लौटाए भाजपा के अच्छे दिन, संघ का गढ़ होने के बावजूद कांग्रेस का चलता था सिक्का
नागपुर में 2019 का चुनाव भारतीय जनता पार्टी के नितिन गडकरी ने जीता था। गडकरी की जीत महाराष्ट्र में भाजपा के लगातार प्रभुत्व को दर्शाती है।
नागपुर लोकसभा सीट
Lok Sabha Chunav 2024, Nagpur, Maharashtra Lok Sabha Seat: महाराष्ट्र की नागपुर लोकसभा सीट अपने ऐतिहासिक वजहों से बेहद ही खास सीट मानी जाती है। 2019 के लोकसभा चुनावों में निर्वाचन क्षेत्र एक कड़ाचुनावी मुकाबला हुआ था। इस सीट का खास राजनीतिक महत्व है। राज्य के भौगोलिक और राजनीतिक हृदय के रूप में पहचाने जाने वाले नागपुर इस वजह से भी चर्चा में रहता है कि यहां संघ का हेडक्वार्टर है। इसे नितिन गडकरी का गढ़ माना जाता है। अमूमन यहां बीजेपी, कांग्रेस के बीच यहां मुकाबला रहता है। कई और पार्टियां भी यहां ताल ठोक रही हैं।
नागपुर संघ का गढ़, लेकिन बीजेपी सिर्फ तीन बार जीती
भले ही नागपुर संघ का गढ़ है, लेकिन यहां पर अभी तक लोकसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ तीन बार ही जीत मिली है। पिछले दो लोकसभा चुनावों से भाजपा यहां पर जीत रही है और गडकरी ने ही दोनों बार जीत का परचम लहराया। उसके पहले यहां पर कांग्रेस का राज हुआ करता था। 1996 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बनवारी लाल पुरोहित ने नागपुर से जीत हासिल की थी। उसके बाद लगातार चार चुनाव में भाजपा की कांग्रेस के हाथों हार हुई।
गडकरी ने भाजपा के अच्छे दिन लौटाए
2014 के चुनाव में भाजपा ने नागपुर से अपने दिग्गज नेता नितिन गडकरी को मैदान में उतारा और उन्होंने पार्टी के भरोसे पर कायम रहते हुए यहां 18 साल का सूखा खत्म किया। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी नितिन गडकरी ने यहां से बाजी मारी। 2019 के चुनाव में नितिन गडकरी 2,16,000 से अधिक वोटों से जीते थे। उन्होंने भाजपा से कांग्रेस में गए नाना पटोले को हराया था। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में नितिन गडकरी ने करीब 2,50,000 के अंतर से जीत दर्ज की थी।
प्रमुख उम्मीदवार
नितिन गडकरी, भाजपा : 2019 में नितिन गडकरी को मतदाताओं का प्यार मिला। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री के रूप में गडकरी का अभियान बुनियादी ढांचे के विकास, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर केंद्रित था। सार्वजनिक सेवा में उनके व्यापक अनुभव और मजबूत जमीनी समर्थन ने उनकी शानदार जीत में योगदान दिया। गडकरी के जीत के अंतर ने नागपुर में भाजपा के प्रभुत्व को साबित किया।
नाना पटोले (कांग्रेस): भाजपा से कांग्रेस में गए नाना पटोले को 2019 चुनाव में गडकरी के सामने हार झेलनी पड़ी थी। उनका अभियान किसानों के अधिकार, बेरोजगारी और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर केंद्रित था। नितिन गडकरी और भाजपा की मजबूत चुनावी मशीनरी के आगे वह टिक नहीं पाए और उन्हें दूसरे स्थान पर रहना पड़ा।
मोहम्मद जमाल (बहुजन समाज पार्टी): बहुजन समाज पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले मोहम्मद जमाल ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाने की पूरी कोशिश की थी। उनका अभियान दलित सशक्तिकरण, सामाजिक समानता और शिक्षा जैसे मुद्दों पर केंद्रित था। हालांकि, जमाल भाजपा और कांग्रेस को चुनौती नहीं दे सके और तीसरे स्थान पर रहे।
2019 लोकसभा चुनाव के परिणाम
उम्मीदवार | पार्टी | कुल वोट | वोट प्रतिशत |
नितिन गडकरी | भाजपा | 660221 | 55.67 |
नाना पटोले | कांग्रेस | 444212 | 37.45 |
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