Lok Sabha Election 2024 : UP की इस सीट से चुनावी शंखनाद करेंगे PM नरेंद्र मोदी, RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी पहली बार साथ आएंगे नजर

Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए यूपी में पीएम नरेंद्र मोदी 30 मार्च को एक रैली को संबोधित करेंगे। मेरठ की इस रैली में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह भी संयुक्त रूप से हिस्सा लेंगे।

मेरठ में बीजेपी-आरएलडी की चुनावी रैली

Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सात चरणों में मतदान होने हैं। 19 अप्रैल से मतदान अभियान की शुरुआत हो रही है। इससे पहले पार्टियां अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर रही हैं। अब बारी चुनाव प्रचार की है, जिसमें देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी ने अपना दम खम दिखाने के लिए प्लान तैयार कर लिया है। इस काम का खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगुवाई कर रहे हैं। यही कारण है कि पीएम 30 मार्च को यूपी के मेरठ से चुनावी अभियान का आगाज करेंगे। उनकी इस रैली में हाल ही में एनडीए गठबंधन का शामिल हुई रालोद भी हिस्सा लेगी। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह पहली बार संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करेंगे। इस रैली को सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय लोकदल और भाजपा के पदाधिकारी बैठक करेंगे।

मेरठ से अरुण गोविल BJP प्रत्याशी

बीजेपी और आरएलडी गठबंधन के बाद ये कोई पहला बड़ा साझा चुनावी कार्यक्रम होने जा रहा है। पहली पीएम और जयंत चौधरी एक साथ नजर आएंगे। पीएम अपनी रैली के दौरान बागपत, मेरठ और बिजनौर को साधेंगे। जैसा कि एनडीए गठबंधन के बाद बागपत और बिजनौर लोकसभा सीट रालोद के खाते में आई है। लिहाज, पीएम की जिम्मेदारी है कि इस सीट से आरएलडी को मजबूत करें। हालांकि, रैली कहां पर होगी अभी इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। उधर, बीजेपी ने मेरठ से मशहूर टीवी सीरियल रामायण में राम की भूमिका में रहे अरुण गोविल को अपना प्रत्याशी बनाकर भेजा है। रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने अपने 'एक्स' पर रैली को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि इस रैली में मेरठ से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी अरुण गोविल भी होंगे।

आरएलडी को मिलीं ये दो सीटें

समाजवादी पार्टी से अलग होकर बीजेपी के साथ पहुंची राष्ट्रीय लोकदल को दो लोकसभा सीटें ही मिली हैं। जिसमें RLD ने बिजनौर से चंदन चौहान और बागपत से राजकुमार सांगवन को अपना प्रत्याशी बनाया है। 53 साल बाद यह पहला मौका होगा, जब इस बार लोकसभा चुनाव में चौधरी चरण सिंह के परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं है। बागपत लोकसभा सीट आरएलडी की परंपरागत सीट रही है। यहां पहली बार 1977 में चौधरी चरण सिंह विजयी हुए थे। इसके बाद इस सीट पर चौधरी परिवार का ही उम्मीदवार चुनाव लड़ता रहा है।
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