Lok Sabha Election 2024: कब, क्यों और कैसे बना था भारत का चुनाव आयोग, लोकसभा-विधानसभा चुनावों से लेकर सिंबल आवंटन तक क्या-क्या हैं अधिकार?
Lok Sabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव-2024 की धूम हैं। हर पार्टी सत्ता में आने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। देश में पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी देश के चुनाव आयोग की होती है। अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि इलेक्शन कमीशन क्या है? क्यों और कब बनाया गया? इसके अधिकार क्या हैं? यहां पढ़िए और समझिए ऐसे ही कई सवालों के जवाब...
यहां पढ़िए भारत के चुनाव आयोग के बारे में सब कुछ
Lok Sabha Election 2024: देश में 18वीं लोकसभा के लिए 19 अप्रैल से मतदान का सिलसिला शुरू होगा। देश में पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने की जिम्मेदारी भारत के निर्वाचन आयोग की होती है। चुनाव की तारीखों का एलान होने के बाद शासन-प्रशासन के कामकाज पर चुनाव आयोग नजर रखता है। इसके अलावा देश में चुनाव आयोग आदर्श आचार संहिता लागू करता है। अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि चुनाव आयोग आखिर क्या है? क्यों बनाया गया, कब बनाया गया? इसकी जिम्मेदारियां क्या हैं? इसके अधिकार क्या हैं, ऐसे ही सवालों के उत्तर के लिए ये लेख पढ़ें...
क्या है चुनाव आयोग?
चुनाव आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक संस्था है, जो संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत देश में सभी चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार है। यही संस्थान देश में लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, विधान परिषद, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराती है।
कब और क्यों हुई चुनाव आयोग की स्थापना?
किसी भी देश के लोकतांत्रिक होने का मतलब है कि वहां आम जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि शासन संभालते हैं। इसलिए जब भारत आजाद हुआ और यहां लोकतंत्र की स्थापना हुई तो सबसे पहले चुनाव आयोग की स्थापना की गई। 26 जनवरी 1950 को देश में गणतंत्र लागू हुआ और उससे एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना की गई।
जानें क्या-क्या कार्य करता है चुनाव आयोगचुनाव आयोग की सबसे बड़ी जिम्मेदारी देश में तय समय पर निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संपन्न कराना है। चुनाव आयोग जिस दिन चुनाव की तारीखों का एलान करता है, उसी दिन से देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है, जिससे स्वतंत्र और पारदर्शी मतदान कराए जा सकें। इसके बाद शासन, राजनीतिक दलों और नेताओं को इसका पालन करना होता है। देश में लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव व उपचुनाव की पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयोग की होती है। देश में राजनीतिक दलों को मान्यता देना। पार्टियों को चुनाव चिह्न आवंटित करना भी चुनाव आयोग का प्रमुख कार्य है।
चुनावी क्षेत्रों का परिसीमन कराना, मतदाता सूची तैयार करना और मतदाता पहचान पत्र जारी करना भी चुनाव आयोग के प्रमुख कार्यों में आता है। मतदान व मतगणना केंद्रों के लिए स्थान तय करना, मतदान एवं मतगणना केंद्रों में सभी प्रकार की आवश्यक व्यवस्था करना, राजनीतिक दलों और लिए चुनाव में आदर्श आचार संहिता लागू कराना भी चुनाव आयोग का ही काम है। अब आप सोच रहेंगे होंगे कि चुनाव आयोग इतना सारा काम अकेले कैसे करता है, तो हम आपको बता दें कि देश में राज्य निर्वाचन आयोगों के माध्यम चुनाव आयोग ये सारे काम करता है और चुनाव संपन्न कराता है। जबकि चुनाव आयोग का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति और कार्यकाल
मुख्य चुनाव आयुक्त व निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति देश के राष्ट्रपति करते हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त एवं निर्वाचन आयुक्तों का कार्यकाल छह साल या फिर वे अधिकतम अपनी उम्र के 65वें साल तक पद पर रह सकते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त और दोनों चुनाव आयुक्त आईएएस रैंक के अधिकारी होते हैं, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के समकक्ष दर्जा मिला होता है और उनके बराबर ही वेतन व अन्य लाभ भी मिलते हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त को केवल महाभियोग के जरिए ही पद से हटाया जा सकता है।
वहीं अगर चुनाव आयोग के बजट की बात करें तो, चुनाव आयोग का अपना स्वतंत्र बजट होता है, जिसे चुनाव आयोग और केंद्रीय वित्त मंत्रालय के परामर्श के अनुसार अंतिम रूप दिया जाता है। प्रावधान के अनुसार, लोकसभा चुनाव का खर्च केंद्र सरकार उठाती है और विधानसभा/ विधान परिषद चुनाव का खर्च राज्य सरकारें/केंद्र शासित सरकारें उठाती हैं। अगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते हैं तो उस स्थिति में केंद्र और संबंधित राज्य (जहां चुनाव हो रहे हैं) सरकार कुल खर्च सामान रूप से आपस में बांट लेते हैं।
क्रमांक | मुख्य चुनाव आयुक्त | मुख्य चुनाव आयुक्त का कार्यकाल |
1. | सुकुमार सेन | 21 मार्च 1950 -19 दिसंबर 1958 |
2. | केवीके सुंदरम | 20 दिसंबर 1958 - 30 सितंबर 1967 |
3. | एसपी सेन वर्मा | 1 अक्टूबर 1967 - 30 सितंबर 1972 |
4. | डॉ. नगेन्द्र सिंह | 1 अक्टूबर 1972 - 6 फरवरी 1973 |
5. | टी. स्वामीनाथन | 7 फरवरी 1973 - जून 1977 |
6. | एसएल शकधर | 18 जून 1977 - 17 जुलाई 1982 |
7. | आरके त्रिवेदी | 18 जून 1982 - 31 दिसंबर 1985 |
8. | आरवीएस शास्त्री | 1 जनवरी 1986 - 25 नवंबर 1990 |
9. | वीएस रमादेवी | 26 नवंबर 1990 - 11 दिसंबर 1990 |
10. | टीएन शेषन | 12 दिसंबर 1990 - 11 दिसंबर 1996 |
11. | डॉ. एमएस गिल | 12 दिसंबर 1996 -13 जून 2001 |
12. | जेएम लिंगदोह | 14 जून 2001 - 7 फरवरी 2004 |
13. | टीएस कृष्णमूर्ति | 8 फरवरी 2004 - 15 मई 2005 |
14. | बीबी टंडन | 16 मई 2005 - 29 जून 2006 |
15. | एन गोपालस्वामी | 30 जून 2006 -20 अप्रैल 2009 |
16. | नवीन चावला | 21 अप्रैल 2009 - 29 जुलाई 2010 |
17. | शाहबुद्दीन याकूब कुरैशी | 30 जुलाई 2010 -10 जून 2012 |
18. | वीएस संपत | 11 जून 2012 - 15 जनवरी 2015 |
19. | एचएस ब्रह्मा | 16 जनवरी 2015 - 18 अप्रैल 2015 |
20. | डॉ. नसीम जैदी | 19 अप्रैल 2015 - 05 जुलाई 2017 |
21. | अचल कुमार ज्योति | 06 जुलाई 2017 - 22 जनवरी 2018 |
22. | ओम प्रकाश रावत | 23 जनवरी 2018 - 01 दिसंबर 2018 |
23. | सुनील अरोड़ा | 02 दिसंबर 2018 - 12 अप्रैल 2021 |
24. | सुशील चंद्रा | 13 अप्रैल 2021 -14 मई 2022 |
25. | राजीव कुमार | 15 मई 2022 - अभी तक |
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