Madhya Pradesh Election: कौन हैं कांग्रेस के अपराजेय योद्धा कमलनाथ, जिनका छिंदवाड़ा रहा है गढ़, नहीं भेद पाया है कोई

Madhya Pradesh Kamalnath Chhindwara Election 2023 Profile: 2019 के हलफनामे के अनुसार कमलनाथ और उनकी पत्नी अलका के पास 124.67 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति है। हलफनामे में कहा गया है कि कमल नाथ की चल संपत्ति 7.01 करोड़ रुपये है, जबकि उनकी पत्नी की चल संपत्ति 33.50 करोड़ रुपये है।

मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट पर कांग्रेस का रहा है कब्जा

Madhya Pradesh Kamalnath Chhindwara Election 2023 Profile: मध्य प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर दिख रही है। हालांकि आप, सपा, बसपा जैसी पार्टियां भी मैदान में है। इस चुनाव में सबसे हॉट सीट जो है वो है छिंदवाड़ा, जहां से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ चुनावी मैदान में हैं। छिंदवाड़ा सीट कमलनाथ का गढ़ है और वो यहां से जीतते रहे हैं। लोकसभा से लेकर विधानसभा चुनाव तक में कांग्रेस का दबदबा रहा है। यहां कांग्रेस एक उपचुनाव को छोड़कर कभी नहीं हारी है।

कमलनाथ का परिचय

आजादी से ठीक एक साल पहले कमलनाथ का जन्म हुआ था। कमल नाथ का जन्म कानपुर में एक व्यवसायी परिवार में हुआ था। उनके पिता महेंद्र नाथ एक बिजनेसमैन थे। कमलनाथ ने द दून स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की, जिसके बाद कोलकाता के सेंट जेवियर्स कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 27 जनवरी 1973 को अलका नाथ से शादी की और उनके दो बेटे हैं, नकुल नाथ और बकुल नाथ। परिवार के पास रियल एस्टेट और विमानन जैसे कई बिजनेस हैं। पत्नी अलका पूर्व सांसद तो बेटे नकुलनाथ वर्तमान समय में छिंदवाड़ा से ही सांसद हैं।

कमलनाथ की राजनीति में एंट्री

कमलनाथ परिवार का बिजनेस संभालने के साथ ही राजनीति में भी इंट्री कर गए थे। उनके नाम कई जीत हैं। शुरुआती संघर्ष के बाद उन्हें 1980 में कांग्रेस ने छिंदवाड़ा से ही टिकट दिया था। जहां से वो लगातार जीतते रहे हैं। एक के बाद एक चुनाव हुए, एक से एक नेता आए, लेकिन कमलनाथ जमे रहे। सांसद से लेकर सीएम तक रहे। कांग्रेस के नेता के रूप में उन्होंने शहरी विकास मंत्री के रूप में कार्य किया है। वह भारत क निचले सदन, लोकसभा के सबसे लंबे समय तक सेवारत और सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक हैं। उन्हें 16वीं लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया। वह मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से नौ बार चुने गए हैं। मई 2018 में कमलनाथ को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष चुना गया और उन्होंने नवंबर-दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व किया। उन्होंने 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री का पद संभाला और सरकार में बहुमत न होने के कारण 20 मार्च 2020 को इस्तीफा दे दिया।

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