जनता ने बता दिया कौन है असली शिवसेना और असली एनसीपी, उद्धव और शरद पवार भूल नहीं पाएंगे ये झटका

आंकड़े साफ बयां रहे हैं कि जनता किसके साथ है। अब एकनाथ शिंदे और अजित पवार अपनी-अपनी पार्टियों को लेकर आक्रामकता से आगे बढ़ेंगे। भले ही मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन जनता की अदालत का फैसला इन दोनों नेताओं के साथ दिख रहा है।

महाराष्ट्र का संग्राम

Maharashtra Election Results: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव रुझान व नतीजे बता रहे हैं कि जनता ने महायुति को अपना आशीर्वाद दिया है। यहां एमवीए की वापसी की उम्मीदों को करारा झटका लगा है। लेकिन इसके साथ ही जनता ने एक और बात साफ कर दी और वह ये कि असली एनसीपी और असली शिवसेना कौन है। चुनाव रुझान बता रहे हैं कि असली शिवसेना और एसली एनसीपी की लड़ाई में उद्धव ठाकरे और शरद पवार को करारा झटका लगा है।

कौन है असली शिवसेना-एनसीपीअब तक के रुझान बता रहे हैं कि जनता ने शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी पर अपनी मुहर लगाई है। रुझान बता रहे हैं कि शिंदे गुट की शिवसेना को 56 सीटों पर बढ़त मिली है वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना 20 सीटों पर आगे दिख रही है। वहीं, अजित की एनसीपी जहां 35 सीटों पर आगे है वहीं शरद पवार की एनसीपी 10 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। आंकड़े साफ बयां रहे हैं कि जनता किसके साथ है। अब एकनाथ शिंदे और अजित पवार अपनी-अपनी पार्टियों को लेकर आक्रामकता से आगे बढ़ेंगे। भले ही मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, लेकिन जनता की अदालत का फैसला इन दोनों नेताओं के साथ दिख रहा है।

एकनाथ-अजित की दावेदारी

चुनाव के दौरान इस बात की जोरों पर चर्चा रही कि अजित पवार का चुनाव के बाद क्या रुख रहेगा। उन्हें किंगमेकर भी बताया जाने लगा था। चर्चा ऐसी भी उड़ी थी कि वह चुनावों के बाद पाला भी बदल सकते हैं। अपने भाषणों में उन्होंने कई बार बीजेपी से असहमति भी जताई। यूपी के सीएम के नारे कटेंगे तो बंटेंगे से भी खुलेआम असहमति जताई। हालांकि, पीएम मोदी के नारे एक हैं तो सेफ है को सही बताया। वोटिंग के बाद बतौर सीएम दावेदार उनके होर्डिंग भी नजर आए। उधर, एकनाथ शिंदे के लिए भी यह चुनाव बड़ी परीक्षा थी जिसमें वह खरे उतरे नजर आ रहे हैं। उद्धव ठाकरे पर वह साफ तौर पर भारी पड़े हैं। हालांकि, बीजेपी को 100 से अधिक सीटों पर बढ़त से उनके सीएम बनने की संभावनाओं पर भारी असर पड़ा है।

महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें

महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए 145 विधायकों की जरूरत है। 2019 में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने 161 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को 106 सीटें मिली थीं। बीजेपी को 105 और शिवसेना 56 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने 44 और एनसीपी ने 54 सीटों पर कब्जा जमाया था। इस बार मुकाबला बीजेपी की अगुवाई वाली महायुति गठबंधन और कांग्रेस की अगुवाई वाली महाविकास आघाड़ी के बीच है।

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