चुनाव की खबरें
क्या महाराष्ट्र के सत्ता की बागडोर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हाथों से छिनने वाली है, या फिर कांग्रेस, जजपा जैसे विपक्षी दलों की उम्मीदें टूटने वाली हैं? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हर कोई बेकरार है, जो जल्द ही मिल जाएगा। हरियाणा विधानसभा (Haryana Assembly Elections 2024 Voting Date) की सभी 90 सीटों पर मतदान के लिए पांच अक्टूबर की तारीख तय की गई है, जबकि आठ अक्टूबर (Haryana Assembly Election 2024 Results) को वोटों की गिनती की जानी है।
हरियाणा के कुल 90 विधानसभा क्षेत्रों में 2.01 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 95 लाख महिलाएं हैं। 2.54 लाख मतदाता 85 साल से अधिक आयु के हैं। 10321 से अधिक मतदाता 100 साल से अधिक उम्र के हैं। हरियाणा में 20,629 मतदान केंद्र होंगे जिनमें करीब 7000 मतदान केंद्र शहरी इलाकों में होंगे। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे हरियाणा के शहरी इलाकों की बहुमंजिला सोसायटी में भी मतदान केंद्रों की स्थापना की जाएगी ताकि मत प्रतिशत बढ़ सके। हरियाणा में बीते 10 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। तीन नवंबर को इसका कार्यकाल पूरा हो रहा है। सूबे में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस है।
पिछले विधानसभा चुनाव 2019 के बाद भाजपा बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई थी। ऐसे में उसने राज्य में भाजपा ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी। हालांकि लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर हुई अनबन की वजह से गठबंधन टूट गया था। बाद में निर्दलीय विधायकों के समर्थन के दम पर भाजपा ने अपनी सरकार बचा ली। कुछ महीने पहले ही हरियाणा में भाजपा ने बड़े बदलाव किए। पार्टी ने मुख्यमंत्री पद पर बदलाव किया, मनोहर लाल खट्टर को सिंहासन खाली करना पड़ा और उनकी जगह नायब सिंह सैनी को सूबे की बतौर सीएम ताजपोशी हुई। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 लोकसभा सीट में से भाजपा को पांच और कांग्रेस को पांच सीट हासिल हुई थीं। चुनावी मौसम में कई नेताओं ने पाले बदले।
हरियाणा के कुल 90 विधानसभा क्षेत्रों में 2.01 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 95 लाख महिलाएं हैं। 2.54 लाख मतदाता 85 साल से अधिक आयु के हैं। 10321 से अधिक मतदाता 100 साल से अधिक उम्र के हैं। हरियाणा में 20,629 मतदान केंद्र होंगे जिनमें करीब 7000 मतदान केंद्र शहरी इलाकों में होंगे। गुरुग्राम और फरीदाबाद जैसे हरियाणा के शहरी इलाकों की बहुमंजिला सोसायटी में भी मतदान केंद्रों की स्थापना की जाएगी ताकि मत प्रतिशत बढ़ सके। हरियाणा में बीते 10 सालों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। तीन नवंबर को इसका कार्यकाल पूरा हो रहा है। सूबे में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस है।
पिछले विधानसभा चुनाव 2019 के बाद भाजपा बहुमत के आंकड़े से दूर रह गई थी। ऐसे में उसने राज्य में भाजपा ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) के साथ मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी। हालांकि लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर हुई अनबन की वजह से गठबंधन टूट गया था। बाद में निर्दलीय विधायकों के समर्थन के दम पर भाजपा ने अपनी सरकार बचा ली। कुछ महीने पहले ही हरियाणा में भाजपा ने बड़े बदलाव किए। पार्टी ने मुख्यमंत्री पद पर बदलाव किया, मनोहर लाल खट्टर को सिंहासन खाली करना पड़ा और उनकी जगह नायब सिंह सैनी को सूबे की बतौर सीएम ताजपोशी हुई। इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में हरियाणा की 10 लोकसभा सीट में से भाजपा को पांच और कांग्रेस को पांच सीट हासिल हुई थीं। चुनावी मौसम में कई नेताओं ने पाले बदले।
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