बेंगलुरु कैफे ब्लास्ट आरोपियों की गिरफ्तारी पर सियासत, ममता ने बताया BJP का प्रोपगैंडा, पार्टी ने किया पलटवार

Bengaluru Cafe Blast case: एनआईए ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट में दो मुख्य संदिग्धों को मुसाविर हुसैन शाजिब और साथी अब्दुल मतीन अहमद ताहा को कोलकाता से हिरासत में लिया।

Mamata Banerjee

ममता बनर्जी

Mamata vs BJP: बेंगलुरु कैफे विस्फोट मामले में दो आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर पश्चिम बंगाल में राजनीतिक घमासान छिड़ गया है। आरोपी मुसाविर हुसैन शाजिब और अब्दुल मतीन ताहा राज्य के पूर्वी मिदनापुर जिले के कांथी के रहने वाले हैं। दोनों को एनआईए ने शुक्रवार को कोलकाता से गिरफ्तार किया। इसे लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला है। कूच बिहार में एक चुनावी रैली में ममता ने कहा, उनके पास एक प्रचार विशेषज्ञ है। ये धमाका बेंगलुरु में हुआ। यहां तक कि आरोपी व्यक्ति भी कर्नाटक के रहने वाले हैं। वे बंगाल से नहीं हैं। वे दो घंटे तक बंगाल में छिपे रहे और हमारी पुलिस ने उन्हें दो घंटे में पकड़ लिया। उन्होंने उन बयानों का जिक्र किया कि बंगाल असुरक्षित है और सवाल किया कि क्या दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और बिहार सुरक्षित हैं।

बीजेपी ने बोला ममता सरकार पर हमलावहीं, राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर हमला बोला है। बीजेपी के बंगाल सह-प्रभारी अमित मालवीय ने एक्स पर कहा, एनआईए ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट में दो मुख्य संदिग्धों को मुसाविर हुसैन शाजिब और साथी अब्दुल मतीन अहमद ताहा को कोलकाता से हिरासत में लिया। दोनों संभवतः कर्नाटक के शिवमोग्गा में आईएसआईएस सेल से संबंधित हैं। दुर्भाग्य से ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल आतंकवादियों के लिए एक सुरक्षित पनाहगाह बन गया है।

बंगाल पुलिस ने मालवीय के दावे का किया खंडन

हांलांकि, पोस्ट के वायरल होने पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक बयान जारी कर मालवीय की टिप्पणियों का खंडन किया। पुलिस की ओर से कहा गया, अमित मालवीय के दावों के विपरीत तथ्य यह है कि पश्चिम बंगाल पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के संयुक्त अभियान में रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में दो संदिग्धों को पूर्व मेदिनीपुर से गिरफ्तार किया गया। इस मामले में बंगाल पुलिस की भूमिका को केंद्रीय एजेंसियों ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है। पश्चिम बंगाल कभी भी आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह नहीं रहा है और राज्य पुलिस अपने लोगों को सुरक्षित रखने के लिए हमेशा सतर्क रहती है।

सुकांत मजूमदार ने कहा, आतंकियों के लिए सुरक्षित आश्रय

मालवीय के सुर में सुर मिलाते हुए पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि आतंकवादी राज्य को अपने लिए सुरक्षित आश्रय मानते हैं, क्योंकि यह एकमात्र राज्य है, राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने वाले केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों पर हमले किए जाते हैं। मजूमदार ने कहा, इसके अलावा, राज्य पुलिस आधारहीन आरोपों के साथ काउंटर एफआईआर के आधार पर केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू कर रही है। इससे राष्ट्र-विरोधी तत्वों को बढ़ावा मिलता है।

कुणाल घोष का सुवेंदु अधिकारी पर निशाना

तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने मामले में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए अप्रत्यक्ष रूप से कांथी के रहने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के परिवार की ओर इशारा किया, जहां गिरफ्तारियां की गईं थीं। हालांकि घोष ने सीधे तौर पर अधिकारी परिवार का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा, मुझे भाजपा नेताओं से एक सवाल पूछने दीजिए। गिरफ्तारियां कहां हुईं? कांथी में हुई, हम सभी जानते हैं कि कौन सा परिवार और भाजपा का मुख्य नेता वहां से अवैध गतिविधियां चलाता है। घोष ने कहा कि मैं राज्य एजेंसियों से इस मामले की जांच करने का आग्रह करता हूं, ताकि राष्ट्रविरोधी ताकतों को आश्रय देने में परिवार के संबंधों का पता लगाया जा सके। साथ ही उन्होंने गिरफ्तारी को अंजाम देने में राज्य पुलिस की भूमिका को स्वीकार करने के लिए एनआईए को धन्यवाद दिया।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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