MP Election: मध्य प्रदेश में बागी बने BJP-CONG के लिए सिरदर्द, दोहरा सकता है 2018 का इतिहास
MP Election: राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है। राज्य में सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। दोनों ही राजनीतिक दलों को उम्मीदवार के चयन में भारी मशक्कत के दौर से गुजरना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश में बागी बिगाड़ेंगे खेल
MP Election: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में बागी भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। दोनों ही पार्टियों में टिकट बंटवारे के बाद बगावत दिखने को मिल रहा है। कहां पार्टी ऑफिस पर हमला हो रहा है तो कहीं निर्दलीय उतरने की तैयारी। बीजेपी में तो पांचवीं लिस्ट पर ऐसा बवाल मचा है कि जबलपुर में केंद्रीय भूपेंद्र यादव के साथ धक्का मुक्की हो गई। सुरक्षाकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। हाल ये हुआ कि सुरक्षाकर्मी पिस्तौल निकालने लगा।
ये भी पढ़ें- MP Election: दिलचस्प है चुनावी लड़ाई, कहीं जेठ-बहू तो कहीं चाचा-भतीजे के बीच मुकाबला, समधी-समधन भी मैदान में
टिकट बंटवारे के साथ ही बवाल
राज्य की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को एक चरण में मतदान होना है। राज्य में सीधा मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। दोनों ही राजनीतिक दलों को उम्मीदवार के चयन में भारी मशक्कत के दौर से गुजरना पड़ रहा है। टिकट मिलने और काटने से कई इलाकों में असंतोष भी उभर रहा है और नाराज नेता पार्टियां छोड़कर दूसरे दल का दामन थामने में लगे हैं तो वहीं विरोध प्रदर्शन करने के मामले में पीछे नहीं है।
कांग्रेस ने बदले 3 उम्मीदवार
कांग्रेस अब तक 229 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है और इसके बाद लगभग दो दर्जन स्थानों से विरोध प्रदर्शन की खबरें आ रही है। इसी का नतीजा रहा है कि पार्टी को तीन स्थान दतिया, पिछोर व गोटेगांव से अपने उम्मीदवारों को बदलने तक पड़ गया। बगावती नेताओं के समर्थक विधानसभा क्षेत्र से लेकर भोपाल तक अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। बड़ी संख्या में पदाधिकारियों ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है और कई ने तो पार्टी तक छोड़ दी है।
भाजपा में भी बगावत
भाजपा ने भी जिन उम्मीदवारों के टिकट काटे हैं और दलबदलुओं को उम्मीदवार बनाया है उसको लेकर कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए। पार्टी से कई नेताओं ने इस्तीफा भी दिया और वर्तमान के दो विधायक शिवपुरी के कोलारस से वीरेंद्र रघुवंशी और मैहर के नारायण त्रिपाठी ने तो पार्टी को ही अलविदा कह दिया। ये दोनों ऐसे विधायक हैं जिन्हें कांग्रेस से टिकट मिलने की उम्मीद थी, मगर निराशा हाथ लगी।
मनाने में जुटे नेता
दोनों ही राजनीतिक दल बढ़ते असंतोष से चिंतित हैं और उन्होंने नाराज नेताओं को बनाने की जिम्मेदारी अपने-अपने दल के वरिष्ठ नेताओं को सौंपी है। वे नाराज नेताओं को भरेासा दिला रहे हैं कि राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर उन्हें महत्व दिया जाएगा, साथ ही कई नेताओं को तो संगठन में समायोजित किया जा रहा है।
2018 वाला 'खेल'
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राज्य के इस बार के चुनाव कांटे के मुकाबले के हैं। सरकार किसी भी दल की बन सकती है और यही कारण है कि तमाम दावेदार चुनाव मैदान में उतरकर अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि राजनेताओं को लगता है कि अगर वह चुनाव जीत जाते हैं तो उनकी किस्मत बदल जाएगी। जिन नेताओं को राजनीतिक दल टिकट नहीं दे रहे हैं वे बगावत कर सपा, बसपा और आम आदमी पार्टी का दामन थाम रहे हैं। छोटे दलों की तरफ राजनेताओं का रुझान इसलिए भी है कि अगर दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों में से किसी को भी बहुमत नहीं मिलता है, वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव जैसी स्थिति बनती है, तो सत्ता की चाबी उनके हाथ में आ जाएगी।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) पढ़ें हिंदी में और देखें चुनाव से जुड़ी सभी छोटी बड़ी न्यूज़ Times Now Navbharat Live TV पर। भारत के चुनाव (Elections) अपडेट और विधानसभा चुनाव के प्रमुख समाचार पाएं Times Now Navbharat पर सबसे पहले ।
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें
Delhi Election: जिस बिजवासन से कैलाश गहलोत हैं BJP उम्मीदवार, वहां पिछली बार मुश्किल से जीती थी AAP; कांग्रेस बिगाड़ सकती है समीकरण
नई दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: निर्वाचन क्षेत्र का विवरण, पिछले विजेता, अंतर और पार्टीवार उम्मीदवार से जुड़ी सभी जानकारी
Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: भाजपा, कांग्रेस के बाद अब आप ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची; इन 40 नेताओं को मिली जगह
Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: दिल्ली के दंगल में कुल कितने उम्मीदवार आजमा रहे अपनी किस्मत? एक क्लिक में जानें सबकुछ
हरियाणा का बदला दिल्ली में ले रही कांग्रेस? क्यों नहीं हुआ AAP और CONG के बीच गठबंधन, माकन ने दिया बता
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited