यूपी में 'मुस्लिम आरक्षण' को लेकर घमासान, सपा सांसद एसटी हसन बोले- इंडी गठबंधन की सरकार बनते ही मुस्लिमों को दिया जाएगा आरक्षण

Lok Sabha Election 2024: सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने कहा कि संविधान के तहत मुसलमान भी आरक्षण के हकदार हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यदि इंडिया ब्लॉक सरकार चुनी जाती है, तो वह मुसलमानों को भी आरक्षण देगी।

सपा सांसद एसटी हसन 'मुस्लिम आरक्षण' को लेकर कह दी ये बड़ी बात

Uttar Pradesh Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एसटी हसन ने कहा कि संविधान के तहत मुसलमान भी आरक्षण के हकदार हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यदि इंडिया ब्लॉक सरकार चुनी जाती है, तो वह मुसलमानों को भी आरक्षण देगी। हसन ने तर्क दिया कि यदि संविधान हिंदू धोबियों के लिए आरक्षण प्रदान कर सकता है, तो उसे मुस्लिम धोबियों को भी इसी तरह आरक्षण देना चाहिए। सपा नेता एसटी हसन ने कहा कि अगर भारतीय संविधान हिंदू आबादी को आरक्षण देता है, तो मुस्लिम आबादी को क्यों नहीं? मुझे उम्मीद है कि अगर इंडिया गठबंधन सत्ता में आता है, तो वे संविधान में संशोधन करेंगे और मुसलमानों को भी आरक्षण का अधिकार देंगे।

एसटी हसन ने पीएम मोदी पर भी साधा निशाना

पीएम मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे मुसलमानों को निशाना बना रहे हैं, केवल 20 प्रतिशत हिंदू आबादी उनका समर्थन करती है, जबकि शेष 80 प्रतिशत हिंदू मुसलमानों के साथ हैं। क्या वे देश के नागरिक नहीं हैं? क्या उन्हें बुरा नहीं लगता? आजमगढ़ को आतंकवाद का गढ़ बताने वाले भाजपा के आरोपों पर हसन ने कहा कि वे आजमगढ़ और उसके लोगों का अपमान कर रहे हैं। अगर इस शहर के किसी व्यक्ति पर दिल्ली में आतंकवाद का आरोप लगाया जाता है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आरोप सच हैं। 2024 का लोकसभा चुनाव न लड़ने के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं, लेकिन पार्टी में कुछ आंतरिक राजनीति के कारण मुझे सीट नहीं दी गई। मैं पार्टी और अखिलेश के बहुत करीब हूं और मुझे पिछला चुनाव लड़ने का मौका मिलने के लिए मैं आभारी हूं।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान हो रहा है। पहले पांच चरणों का मतदान पहले ही पूरा हो चुका है, जबकि शेष चरण 25 मई और 1 जून को होने हैं। सभी चरणों के लिए मतों की गिनती 4 जून को निर्धारित की गई है। 2019 के चुनावों में, भाजपा ने राज्य में बड़ी जीत हासिल की थी। भाजपा ने उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सीटों में से 62 पर जीत हासिल की, जबकि सहयोगी अपना दल (एस) ने दो और सीटें जीतीं। मायावती की बसपा 10 सीटें हासिल करने में सफल रही, जबकि उनके तत्कालीन गठबंधन सहयोगी अखिलेश यादव की सपा को सिर्फ 5 सीटों पर संतोष करना पड़ा। कांग्रेस ने राज्य में सिर्फ एक सीट जीती थी।

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