बदलाव के लिए कर्नाटक कितना तैयार, जानें- डीके शिवकुमार के दावे में कितना दम

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले ही कांग्रेस का दावा है कि पार्टी 140 सीट जीतने जा रही है। यही नहीं सीएम पद के लिए किसी तरह का मतभेद नहीं है।

डी के शिवकुमार ने 140 सीट जीतने का किया दावा

Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। शनिवार को पीएम मोदी ने बेंगलुरु में रोड शो किया तो यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस की कद्दावर नेता सोनिया गांधी रैली करने वाली हैं। इन सबके बीच कर्नाटक कांग्रेस का दावा है कि इस दफा वो 140 सीट जीतने जा रहे हैं। कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार ने शनिवार को अपनी पार्टी पर विश्वास जताया और कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी 140 से अधिक सीटें जीतेगी। “कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 140 से अधिक सीटें जीतेगी; बीजेपी 60 से भी कम हो जाएगी। कर्नाटक में जीत लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के दरवाजे खोलेगी, राज्य के लोग देश को एक संदेश देंगे।

बदलाव की पुरानी परिपाटी

डीके शिवकुमार ने पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह की अफवाहों का खंडन किया और कहा कि मीडिया की अंदरूनी कलह की कहानियों में कोई सच्चाई नहीं है; कांग्रेस नेतृत्व एकजुट है और कर्नाटक में स्पष्ट बहुमत के लिए संयुक्त प्रयास कर रहा है। पहली प्राथमिकता कर्नाटक में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करना है। सीएम के मुद्दे पर पार्टी जो भी फैसला करेगी हम उसका पालन करेंगे। जहां बेंगलुरु पीएम मोदी के रोड शो से रोमांचित था।वहीं असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कर्नाटक के गोनिकोप्पा में एक भीड़ को संबोधित किया और राज्य कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार पर हमला करते हुए कहा कि वह 17 वीं शताब्दी के मैसूर शासक टीपू सुल्तान के परिवार के सदस्य हैं।उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार टीपू सुल्तान के परिवार के सदस्य हैं। अगर कांग्रेस दोबारा सत्ता में आएगी तो कर्नाटक पीएफआई की घाटी बन जाएगा।

क्या कहते हैं जानकार

जानकारों का कहना है कि अगर आप कर्नाटक की पूरी राजनीति को देखें तो 2008 के बाद से बीजेपी एक बड़ी ताकत के तौर पर उभरी। ये बात अलग है कि कांग्रेस और बीजेपी की लड़ाई में तीसरी पार्टी के तौर पर जेडीएस की भूमिका प्रभावी रही है। जेडीएस कभी किंग मेकर तो कभी किंग की भूमिका में रही है।
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