Rajasthan Election: राजस्थान में बंपर मतदान पर संकट, वोटिंग वाले दिन 50 हजार से ज्यादा शादियां संभव
Rajasthan Election: राजस्थान में 23 नवंबर को देवउठावनी एकादशी के शुभ अवसर पर 50,000 से अधिक शादियां होने की संभावना है और विधानसभा चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार इसी दिन मतदान भी होगा।
राजस्थान में वोटिंग के दिन जमकर शादियां (प्रतीकात्मक फोटो- pixabay)
Rajasthan Election: राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए तारीखों की घोषणा हो चुकी है। आचार संहिता लागू हो चुका है, लेकिन तारीखों के ऐलान के साथ ही एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि राजस्थान में इस बार बंपर वोटिंग होगी कि नहीं? क्योंकि इस दिन राजस्थान में 50 हजार से ज्यादा शादियां हो सकती है। जब इतनी बड़ी मात्रा में शादियां होगी तो इसका प्रभाव वोटिंग पर जरूर पड़ेगा।
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देवउठावनी एकादशी के दिन वोटिंग
राजस्थान में 23 नवंबर को देवउठावनी एकादशी के शुभ अवसर पर 50,000 से अधिक शादियां होने की संभावना है और विधानसभा चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार इसी दिन मतदान भी होगा। शादी विवाह के व्यापार से जुड़े लोगो के अनुसार देवउठावनी एकादशी के पावन पर्व पर प्रदेश में 50 हजार से अधिक शादियां होने की संभावना है। देवउठावनी एकादाशी के दिन को शादियों के लिए सबसे पसंदीदा अवसर माना जाता है। यह शादी के मौसम की शुरुआत का भी प्रतीक है।
व्यापार में शामिल लोगों की वोटिंग होगी प्रभावित
ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि जिंदल ने पीटीआई को बताया कि देवउठावनी एकादशी शादियों के लिए सबसे शुभ अवसर है। हिंदू समुदाय की सभी जातियां इस दिन विवाह करना पसंद करती हैं। इस साल, इस एकादशी के मौके पर 23 नवंबर को 50,000 से अधिक शादियां होने की उम्मीद है। जिंदल ने कहा कि टेंट डीलर, इवेंट मैनेजर समेत करीब 4 लाख व्यापारी हैं। उनके साथ खानपान सेवा प्रदाताओं, फूल विक्रेताओं, बैंड पार्टियों, कोरियोग्राफरों आदि से लगभग 10 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राजस्थान में विवाह उद्योग से जुड़े हुए हैं। इवेंट मैनेजर मनीष कुमार ने बताया कि इस मौके पर लोग बड़े पैमाने पर शादी पार्टियों के हिस्से के रूप में दूसरे शहरों/जिलों में जाते हैं। इसी तरह, कैटरर्स, इलेक्ट्रीशियन, फूल विक्रेता, बैंड पार्टियां और शादी से संबंधित कार्यों में लगे अन्य सभी लोग पूरे दिन व्यस्त रहते हैं और उनमें से कई लोग इस वजह से मतदान करना छोड़ सकते हैं।
चुनाव आयोग का लक्ष्य
चुनाव विभाग ने सभी 51,756 मतदान केंद्रों पर 75 प्रतिशत मतदान का लक्ष्य रखा है। राजस्थान में 2018 विधानसभा चुनाव में राज्य का मतदान प्रतिशत 74.71 प्रतिशत था। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा सोमवार को घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, राजस्थान की सभी 200 विधानसभा सीटों के लिए 23 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
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