राजस्थान का रण: 'चाबी' से अपनी सियासी जमीन का ताला खोल पाएगी JJP? अहम क्षेत्रीय दल के रूप में उभरने की आस

Rajasthan Elections 2023: वैसे, दिल्ली से सटे हरियाणा का यह दल अपने गृह क्षेत्र से बाहर पहली बार 20 सीट पर चुनाव लड़ रहा है। पार्टी के मुखिया अजय सिंह चौटाला जब इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) में थे तब वह राजस्थान से दो बार विधायक निर्वाचित हुए थे। साल 2018 में इनेलो में विभाजन के बाद जजपा का गठन हुआ था।

तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है। (फाइल)

Rajasthan Elections 2023: राजस्थान के राजनीतिक रण (विधानसभा चुनाव 2023) में हरियाणा की जननायक जनता पार्टी (जजपा) को अहम क्षेत्रीय दल के रूप में उभरने की आस है। पार्टी इस चुनाव में अपने अच्छे प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है। जजपा इलेक्शन में जीत हासिल करने के लिए अपने नेता अजय सिंह चौटाला के अनुभव और मार्गदर्शन पर निर्भर है।
पार्टी पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का दावा भी करती है, जो कि साल 1989 में सीकर से सांसद थे। पार्टी जिन 20 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रही है उनमें से तीन सीकर संसदीय क्षेत्र में हैं।
जजपा के महासचिव दिग्विजय चौटाला ने पार्टी के चुनाव चिह्न ‘चाबी’ का जिक्र करते हुए कहा कि पार्टी और अन्य क्षेत्रीय दलों की राजस्थान विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका रहेगी। जजपा की संभावनाओं पर उन्होंने कहा, ‘‘ हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’
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