Rajasthan Election: आमेर विधानसभा सीट पर इतिहास दोहरा पाएंगे सतीश पूनिया? छात्र राजनीति से शुरू हुई यात्रा अब CM फेस तक पहुंची
Rajasthan Satish Poonia Amber Assembly Election 2023 Profile: सतीश पूनिया की प्रारंभिक शिक्षा राजगढ़ में पूरी हुई, जिसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई चूरू से पूरी की। उन्होंने वर्ष 1989 में महाराजा कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. किया।
आमेर विधानसभा सीट से उम्मीदवार हैं सतीश पुनिया
Rajasthan Satish Poonia Amber Assembly Election 2023 Profile: राजस्थान भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया एक बार फिर से आमेर सीट से किस्मत आजमाने उतरे हैं। पिछली बार सतीश पूनिया ही इस सीट को भाजपा की झोली में डालने में कामयाब रहे थे। सतीश पूनिया कहने को तो एक विधायक हैं, लेकिन आज की तारीख में राजस्थान भाजपा के सीएम फेस की दौड़ में भी शामिल हैं।
कौन हैं सतीश पूनिया
डॉ. सतीश पूनिया का जन्म 24 अक्टूबर 1964 को हुआ था। वह राजस्थान के चुरू जिले के एक छोटे से गांव राजगढ़ में एक किसान परिवार में पैदा हुए। उनके पिता स्व. सुभाष चन्द्र पूनिया राजगढ़ पंचायत समिति के पूर्व प्रधान थे। पूनिया के चाचा स्वर्गीय रामस्वरूप पूनिया एक स्वतंत्रता सेनानी और बीकानेर संभाग के स्वतंत्रता सेनानी और प्रजा परिषद आंदोलन के तत्कालीन नेता चौधरी कुम्भाराम आर्य के सहयोगी थे। सतीश पूनिया की शादी मोहिनी पूनिया से हुआ, जो पेशे से शिक्षिका हैं और उनके दो बच्चे हैं।
सतीश पूनिया की शिक्षा
सतीश पूनिया की प्रारंभिक शिक्षा राजगढ़ में पूरी हुई, जिसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई चूरू से पूरी की। उन्होंने वर्ष 1989 में महाराजा कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से एल.एल.बी. किया। उन्होंने लॉ कॉलेज से श्रम कानून, अपराध विज्ञान और भारतीय इतिहास और संस्कृति में डिप्लोमा प्राप्त किया है 1994 में उन्होंने भूगोल में एम.एससी. पूरा किया। उसके बाद राजस्थान विश्वविद्यालय से भूगोल में पीएचडी की।
सतीश पूनिया का राजनीतिक कैरियर
सतीश पूनिया आरएसएस की राष्ट्रवादी विचारधारा से प्रभावित होकर 1982 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हो गए। अगले दशक तक उन्होंने एबीवीपी में महानगर सह-मंत्री, प्रदेश सह-मंत्री, महानगर सचिव और प्रदेश के रूप में काम किया। 1988 से 1989 तक उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव आंदोलन और एबीवीपी के शैक्षिक सुधार आंदोलन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1989 में वह राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्र संघ के महासचिव बने और बोफोर्स घोटाले के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया और इस दौरान जेल भी गये। 1992 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश महासचिव बने।1998 में उन्हें भारतीय जनता युवा मोर्चा, राजस्थान का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। डॉ. पूनिया ने 2004 से 2006 तक भारतीय जनता पार्टी, राजस्थान में प्रदेश महासचिव और 2006 से 2007 तक प्रदेश मोर्चा प्रभारी के रूप में काम किया। वह 2004 से 2014 तक चार बार विभिन्न संगठनात्मक कार्यों के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव रहे हैं। उन्होंने 2010 और 2015 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2018 में आमेर सीट से उतरे और जीत हासिल की। बाद में राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी मिली।
सतीश पूनिया की संपत्ति
सतीश पूनिया के 2018 में चुनावी हलफनामे को देखें तो सतीश पूनिया के पास 2 करोड़ 22 लाख 45 हजार की अचल संपत्ति, साथ ही 36 लाख 47 हजार 547 रुपए की चल संपत्ति है। सतिश पूनिया की कुल संपत्ति 3,61,69,270 है।
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शिशुपाल कुमार author
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र...और देखें
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