श्रावस्ती लोकसभा सीट पर साकेत मिश्रा और राम शिरोमणि वर्मा के बीच चुनावी मुकाबला
मुख्य बातें
- श्रावस्ती से पीएम के करीबी IAS अधिकारी रहे नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा बीजेपी उम्मीदवार
- इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार राम शिरोमणि वर्मा से साकेत का मुकाबला है
- राम शिरोमणि वर्मा बीएसपी का साथ छोड़कर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं
Shravasti Lok Sabha Seat 2024: यूपी की श्रावस्ती लोकसभा सीट (Shravasti) पर इस बार खासा दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल रहा है, बीजेपी के साकेत मिश्रा (Saket Mishra) और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार राम शिरोमणि वर्मा (Ram Shiromani Verma) के बीच टक्कर है गौर हो कि श्रावस्ती लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के 80 लोकसभा (संसदीय) निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है।
यह निर्वाचन क्षेत्र 2002 में गठित भारतीय परिसीमन आयोग की सिफारिशों के आधार पर संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन के कार्यान्वयन के एक भाग के रूप में 2008 में अस्तित्व में आया। बता दें कि यूपी की श्रावस्ती लोकसभा सीट इस बार हॉट सीट मानी जा रही है क्योंकि इस क्षेत्र से प्रधानमंत्री के करीबी आईएएस अधिकारी रहे नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं वहीं उनके सामने निवर्तमान सांसद राम शिरोमणि वर्मा हैं, गौर हो कि राम शिरोमणि वर्मा बीएसपी का साथ छोड़कर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं।
बीजेपी ने यूपी की श्रावस्ती सीट से इसबार पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्र को उतारा है, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव और राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा के बेटे हैं।
श्रावस्ती लोकसभा सीट क्षेत्र से ये रहे हैं सांसद-
साल | लोकसभा सदस्य | पार्टी |
2009 | विनय कुमार पांडे | कांग्रेस |
2014 | दद्दन मिश्रा | बीजेपी |
2019 | राम शिरोमणि मिश्रा | बीएसपी |
साकेत मिश्रा पहले IPS बने, फिर बैंकिंग सेक्टर का अनुभव लिया
साकेत मिश्रा पहले IPS बने, फिर सिंगापुर में बैंकिंग सेक्टर का अनुभव लिया था, साकेत मिश्रा ने दिल्ली के सेंट स्टीफेन्स कॉलेज से अर्थशास्त्र की पढ़ाई की और इसके बाद कोलकाता भारतीय प्रबंध संस्थान से मैनेजमेंट की डिग्री ली, उन्होंने सिविल सर्विस की भी परीक्षा निकाली और आईपीएस बन गए पर बताते हैं कि उनका मन इन्वेस्टमेंट सेक्टर में लगा था इसलिए वो नौकरी छोड़कर विदेश चले गए वहां जॉब की अब श्रावस्ती लोकसभा सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
रामशिरोमणि वर्मा अब बीएसपी से किनारा कर चुके हैं
इंडिया गठबंधन के अनुभवी उम्मीदवार और निवर्तमान सांसद राम शिरोमणि वर्मा मूलरुप से अंबेडकर नगर के रहने वाले हैं और 2019 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीते रामशिरोमणि वर्मा अब बीएसपी से किनारा कर चुके हैं।
श्रावस्ती का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व पूरी दुनिया में है
गौर हो कि श्रावस्ती धार्मिक लिहाज से भी काफी प्रसिद्ध है और यहां हर साल नेपाल, श्रीलंका, जापान, चीन और थाईलैंड आदि देशों से श्रद्धालु पहुंचते हैं। श्रावस्ती का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व पूरी दुनिया में है गौतमबुद्ध ने सबसे ज्यादा दिन तक यहां वर्षा वास करके लोगों को अपने उपदेश दिए, श्रावस्ती में ढाई हजार साल पुराना पीपल का वृक्ष हैं, जिसको खुद महात्मा बुद्ध ने लगाया था इसको पूजने और दर्शन के लिए देश और दुनिया भर से लोग यहां आते हैं।
2019 में बीएसपी के राम शिरोमणि वर्मा यहां से जीते थे
2009 में यहां कांग्रेस ने जीत हासिल की वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दद्दन मिश्रा ने चुनाव में जीत हासिल की थी वहीं श्रावस्ती लोकसभा सीट से 2019 में बीएसपी के राम शिरोमणि वर्मा यहां से जीते थे उन्होंने बीजेपी के दद्दन मिश्र को हराया था। पिछली बार श्रावस्ती सीट से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था ऐसे में इस सीट पर बीजेपी का यह दांव कितना कारगर होगा यह तो चुनाव परिणाम आने पर ही साफ होगा।
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