"पेड न्यूज" रोकने के लिए सोशल मीडिया इन्फलुएंसर भी निगरानी के दायरे में रहेंगे
पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान उम्मीदवारों के प्रचार से जुड़ा एक जैसा कंटेंट शहर के कई सोशल मीडिया इन्फलुएंसर के खातों पर नजर आया था जिससे "पेड न्यूज" की आशंका पैदा हुई थी।
सोशल मीडिया इन्फलुएंसर भी निगरानी के दायरे में रहेंगे (प्रतीकात्मक फोटो-pixabay)
लोकसभा चुनावों के दौरान इंदौर का जिला निर्वाचन कार्यालय "पेड न्यूज" (धन लेकर खबरों का प्रकाशन) का प्रसार रोकने के लिए सोशल मीडिया इन्फलुएंसर के खातों पर भी नजर रखेगा। प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
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विधानसभा चुनाव में हुई थी आशंका
पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनावों के दौरान उम्मीदवारों के प्रचार से जुड़ा एक जैसा कंटेंट शहर के कई सोशल मीडिया इन्फलुएंसर के खातों पर नजर आया था जिससे "पेड न्यूज" की आशंका पैदा हुई थी। इस बारे में पूछे जाने पर जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष सिंह ने एक कार्यशाला के दौरान संवाददाताओं से कहा,‘‘अगर कई सोशल मीडिया इन्फलुएंसर के खातों पर उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार का एक जैसा रुझान नजर आता है और इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन प्रतीत होता है, तो हमारा मीडिया निगरानी प्रकोष्ठ इसका संज्ञान लेगा।’’
होगी कार्रवाई
उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगर लोकसभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया इन्फलुएंसर नियम-कायदों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि लोकसभा चुनावों के दौरान सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की भी पहचान की जाएगी और संबंधित लोगों के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएंगे।
इंदौर में 13 मई को चुनाव
मतदाताओं की तादाद के लिहाज से प्रदेश में सबसे बड़े इंदौर लोकसभा क्षेत्र में 25.13 लाख लोगों को मताधिकार हासिल है। इस सीट पर 13 मई को मतदान होना है।
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