Telangana Assembly Elections 2023: 'कंट्रोवर्सी किंग' हैं टी राजा सिंह, तब बेचते थे कैसेट और अब उगलते हैं जहर

Telangana Assembly Elections 2023: दरअसल, राजा सिंह पूर्व में अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। उन पर मुसलमानों के खिलाफ जहर और आग उगलने का आरोप रहा है।

राजा सिंह। (फाइल फोटो)

Telangana Assembly Elections 2023: तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने सस्पेंडेड एमएलए और फायरब्रांड नेता राजा सिंह को गोशमहल सीट से टिकट दिया है। भले ही मौजूदा समय में वह विवादों के चलते जाने-पहचाने जाते हों, मगर अपने नाम के आगे टी यानी टाइगर लगाने वाले सिंह कभी मूर्तियां बनाया करते थे। उन्होंने वीडियो कैसेट बेचने से जुड़ा काम भी किया है, जिसके बाद वह 10 साल तक विवादित बयानों से जमकर सुर्खियों में रहे। आइए, जानते हैं उनके बारे में:

15 अप्रैल 1977 को आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में जन्में सिंह लोधी समुदाय (अन्य पिछड़ा वर्ग : ओबीसी) से नाता रखते हैं। पुराने शहर के तहत गोशमहल विधानसभा क्षेत्र में इस कम्युनिटी की अच्छी खासी मौजूदगी है। उन्होंने 2009 में तेलुगू देसम पार्टी (टीडीपी) के साथ अपने चुनावी करियर का आगाज किया था, जबकि 2014 तक वह ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में मंगलहाट प्रतिनिधि के रूप में रहे थे। उन्होंने 2014 के आंध्र प्रदेश विस चुनाव के पहले बीजेपी का दामन थामा था और फिर मुकेश गौड़ के खिलाफ 46,793 वोटों के अंतर से चुनाव जीता (Goshamahal Assembly से) था। 2018 में वह फिर से इसी सीट से 17 हजार वोटों के अंतर से जीते थे। उन्होंने तब बीआरएस के कैंडिडेट को मात दी थी।

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दरअसल, राजा सिंह पूर्व में अपने बयानों को लेकर विवादों में रहे हैं। उन पर मुसलमानों के खिलाफ जहर और आग उगलने का आरोप रहा है। उन्हें एक धड़ा हिंदुत्व का पोस्टर बॉय भी मानता है। कभी हिंदू वाहिनी में काम कर चुके सिंह ईसाई धर्म में जाने वालों के खिलाफ अभियान चलाते थे। उन्होंने इसके अलावा गोसेवा से जुड़ी गतिविधियां में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जबकि वे अपने साथ आने वाले लोगों को कथित तौर पर हिंदू होने का असल अर्थ समझाया करते थे। चूंकि, वह बेस तेलंगाना के हिंदू युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। यही वजह है कि उन्हें इस इलाके में हिंदू ह्रदय सम्राट से कम नहीं माना जाता है।
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