महाराष्ट्र: MVA में बढ़ी तकरार, उद्धव ठाकरे के उम्मीदवारों की सूची से छिड़ा संग्राम, कांग्रेस लगा रही गुहार
शिव सेना (यूबीटी) ने उन सभी पांच सांसदों को फिर से टिकट दिया है जो 2022 में पार्टी के विभाजन के समय ठाकरे के साथ खड़े थे और आठ नए चेहरों को मैदान में उतारा है।
महाराष्ट्र में छिड़ा संग्राम
Rift in MVA: महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन के खिलाफ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की लड़ाई कमजोर पड़ती दिख रही है। यहां टिकट बंटवारे का मुद्दा अब तक नहीं सुलझ सका है और उद्धव ठाकरे के नए कदम से एमवीए में नया संग्राम छिड़ गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यहां कांग्रेस का क्या होगा। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने बुधवार को 17 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित की, जिससे एमवीए में बेचैनी फैल गई। सहयोगी कांग्रेस ने सार्वजनिक रूप से तीन सीटों के लिए उम्मीदवारों पर दोबारा विचार करने को कहा क्योंकि बातचीत अभी भी जारी है।
पांच सांसदों को दोबारा टिकटशिव सेना (यूबीटी) ने उन सभी पांच सांसदों को फिर से टिकट दिया है जो 2022 में पार्टी के विभाजन के समय ठाकरे के साथ खड़े थे और आठ नए चेहरों को मैदान में उतारा है। चार पूर्व सांसद भी सेना (यूबीटी) के टिकट पर लड़ेंगे। वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 22 पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बाकी नामों की घोषणा एक दो दिनों में की जाएगी। लेकिन कांग्रेस के गढ़ सांगली, मुंबई उत्तर पश्चिम और मुंबई दक्षिण मध्य से शिव सेना (यूबीटी) उम्मीदवारों की घोषणा ने एमवीए के भीतर पहले से ही बढ़ते तनाव को सामने ला दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने जताई नाराजगी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट और मुंबई इकाई प्रमुख वर्षा गायकवाड़ ने सार्वजनिक रूप से अपनी नाराजगी जताई है। साथ ही कांग्रेस ने अपने गठबंधन सहयोगी से अपने फैसले पर दोबारा विचार करने की अपील की। दूसरी ओर, मुंबई उत्तर पश्चिम सीट पर नजर गड़ाए कांग्रेस सांसद संजय निरुपम ने पार्टी नेतृत्व को धमकी दी और कहा कि वह एक सप्ताह के भीतर अन्य विकल्पों पर विचार करेंगे। निरुपम ने कहा, मैं फैसले का इंतजार कर रहा हूं, जिसके बाद मैं सभी विकल्पों के लिए खुला हूं।
पटोले ने उड़ाया निरुपम का मजाक
सांगली से कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने अपना पक्ष रखने के लिए पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की। हालांकि, राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने निरुपम का मजाक उड़ाते हुए कहा, हम इस तरह के बयानों को कोई महत्व नहीं देते हैं। कांग्रेस ने इस व्यक्ति को अतीत में पर्याप्त अवसर दिए हैं। वहीं, कांग्रेस में मचे घमासान पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा कि हमने कांग्रेस के लिए कोल्हापुर सीट छोड़ दी। हमारी नीति देश में कांग्रेस का प्रधानमंत्री सुनिश्चित करना है। महाराष्ट्र में शिवसेना (यूबीटी) बड़ा भाई होगी।
कांग्रेस ने 12 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया
उधर, कांग्रेस पहले ही 12 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। एनसीपी के शरद पवार गुट के 10 सीटों पर लड़ने की संभावना है। उम्मीदवारों पर आधिकारिक घोषणा करना अभी बाकी है। कांग्रेस के 16 सीटों पर लड़ने की संभावना है। 2019 में अविभाजित शिव सेना ने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में 23 सीटों पर चुनाव लड़ा और 18 सीटें जीती थीं। इनमें से 13 सांसद 2022 में मुख्यमंत्री शिंदे के साथ शामिल हो गए थे।
उद्धव ठाकरे के साथ ये वफादार नेता
उद्धव ठाकरे के वफादार पांच सांसद थे मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, ठाणे से राजन विचारे, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से विनायक राउत, उस्मानाबाद से ओमराजे निंबालकर और परभणी से संजय जाधव। सावंत ने 2014 और 2019 के चुनावों में मुंबई दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। पार्टी ने अनिल देसाई को मुंबई दक्षिण मध्य से और अमोल कीर्तिकर को मुंबई उत्तर पश्चिम से चुना है। दोनों ने 2019 में भाजपा के साथ गठबंधन में अपनी सीटें जीती थी। वहीं, पूर्व सांसद संजय पाटिल को मुंबई उत्तर पूर्व से मैदान में उतारा गया था।
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