PM Modi Exclusive Interview: प्रधानमंत्री मोदी ने किसके लिए कहा, उनकी उम्र और हैसियत 4 जून तक है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाइम्स नाउ नवभारत को दिए Exclusive Interview में कई बड़ी बातें कहीं। उन्होंने कहा कि जो ये विरोध है, ये तीव्रता है, उसकी उम्र सिर्फ 4 जून तक है। उन्होंने कहा, ये पूरी दुनिया भारत के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाइम्स नाउ नवभारत के साथ एक्सक्सूसिव इंटरव्यू में तमाम प्रश्नों के जवाब दिए। उन्होंने अपने तीसरे टर्म के लिए ब्लू प्रिंट भी बताया और CAA, UCC और वन नेशन वन इलेक्शन पर भी खुलकर बात की। इसी दौरान देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने और फेक नेरेटिव पर भी अपनी बात रखी। टाइम्स नाउ और टाइम्स नाउ नवभारत की ग्रुप एडिटर इन चीफ, नाविका कुमार ने प्रधानमंत्री से पूछा, आप कहते हैं कि आपके तीसरे टर्म में देश तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनेगा। आप देश को आगे ले जाने की बात कर रहे हैं, आप देश को एक ग्रोथ ट्रैजेक्टरी पर डालने की बात कर रहे हैं। आपको नहीं लगता कि एक इको सिस्टम होगा, जो भारत की इस बढ़ोतरी को रोकने की कोशिश करेगा? सिर्फ देश ही नहीं, बाहर भी और इनमें कुछ लिंक नजर आता है?
पीएम मोदी ने इस कहा, मुझे लगता है कि ये विरोध और जो ये तीव्रता है... इसकी उम्र 4 जून तक है। 4 जून के बाद न उनकी हैसियत होगी, न ही उनका हौसला होगा... सिर्फ और सिर्फ मेरे देश की ताकत होगी... मेरे देश का सामर्थ्य होगा, मेरे देश के लोकतंत्र का सामार्थ्य होगा... मेरे देश के 140 करोड़ नागरिकों का सामर्थ्य होगा और दुनिया भारत के लोकतांत्रिक सामर्थ्य को नए सिरे से देखना शुरू करेगी।

पीएम मोदी

तस्वीर साभार : Times Now Digital
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि ये जो भी हैं... मैं देख रहा हूं, ये पूरी दुनिया भारत के चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है... जो कि उनको नहीं करना चाहिए। ये जो अपना ओपिनियन नहीं दे रहे, अपना कमेंट नहीं कर रहे हैं... वो प्रभावित कर रहे हैं, लेकिन भारत में प्रभावित नहीं कर पाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

तस्वीर साभार : Times Now Digital
पीएम मोदी ने कहा, भारत के लोगों लोगों के अंदर जो अंदरूनी शक्ति होती है, वह जबरदस्त होती है। वो आपातकाल के चुनाव के बाद देश ने देख लिया है कि भारत के गरीब, मजदूर आदमी में भी लोकतंत्र, स्वतंत्रता के आदर्श क्या होते हैं, उनसे दिखाया है। इसमें वो कुछ नहीं कर पाएंगे... मुझे पक्का विश्वास है कि जब दीपक बुझने को होता है ना... लौ फड़फड़ाती है... तो ये वो फड़फड़ाता है... अब उनको अंधेरे में जाना ही जाना है।
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