UP Nikay Chunav 2023: पर्दे के पीछे बैठकर धर्मपाल ने लिखी बीजेपी की जीत की पटकथा, जानें कैसे बनी रणनीति

UP Nikay Chunav 2023: भाजपा को नगर निकाय चुनाव में मिली सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है लेकिन एक ऐसे शख्स को भी इस विजय का श्रेय जाता है जिसने पर्दे के पीछे से 2024 के इस सेमीफाइनल में जीत की पटकथा लिखी। इस शख्स का नाम है धर्मपाल सिंह जोकि उत्तर प्रदेश भाजपा के महामंत्री संगठन हैं।

Dharampal Singh BJP organization secretary

UP Nikay Chunav Result 2023: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी में एतिहासिक प्रदर्शन किया है और 17 के सभी 17 नगर निगमों में कमल खिला दिया है। नगर पालिकाओं और पंचायतों में भी भाजपा ने प्रचंड विजय हासिल की है। भाजपा को नगर निकाय चुनाव में मिली सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है। अपने पहले कार्यकाल से ही अपराधियों, माफिया एवं भ्रष्टाचारियों के प्रति उनकी जीरो टॉलरेंस नीति के प्रति योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता रही है। यह जीत उसी प्रतिबद्धता का परिणाम है। भाजपा की इस जीत का श्रेय एक ऐसे शख्स को भी जाता है जिसने पर्दे के पीछे से 2024 के इस सेमीफाइनल में जीत की पटकथा लिखी।

इस शख्स का नाम है धर्मपाल सिंह (Dharampal singh bjp organization secretary) जोकि उत्तर प्रदेश भाजपा के महामंत्री संगठन हैं। उन्होंने न सिर्फ निकाय चुनाव की रणनीति तैयार की, बल्कि रामपुर के स्वार और मिर्जापुर की छानबे सीट पर गठबंधन का चक्रव्यूह भी बनाया। भाजपा नेताओं की मानें तो नगर निकाय चुनाव में मिली सफलता के पीछे धर्मपाल का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने न सिर्फ निकाय चुनाव की रणनीति तैयार की बल्कि रामपुर के स्वार और मिर्जापुर की छानबे सीट पर गठबंधन का चक्रव्यू भी तैयार किया, जिसे विपक्ष भेद नहीं सका। भाजपा ने इस बार पश्चिम के चारों निकाय सहारनपुर, गाजियाबाद, मेरठ व मुरादाबाद में पार्टी ने जीत हासिल की। इसके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के क्षेत्र गोरखपुर में बड़े अंतर से जीत दर्ज की।

धर्मपाल सिंह ने यूपी निकाय चुनाव के लिए एक बड़ा वार रूम तैयार किया जहां से हर चुनावी मोड की निगरानी होती थी। उसका भी हर दिन वो फीडबैक लेते थे। बूथ समिति की बैठकें लगातार होती रहीं। पन्ना समितियों का गठन और उनकी बैठकें। वार्डों में बैठक के साथ सामाजिक सम्पर्क अभियान भी जारी रहा। उम्मीदवार चयन में भी संगठन मंत्री ने कई विशेष बातों का ध्यान रखा। खासकर उन्होंने सभी नगर निगमों में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी। खुद चुनावी जिलों में गए और संगठनात्मक और समितियों के साथ बैठक कर चुनावी का जीत मंत्र भी देते रहे।

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