भाजपा ने वसुंधरा को धीरे से दिया जोर का झटका! पहली सूची के बाद दिखे बागी तेवर, क्या चुनाव बाद बदलने वाली है भूमिका?

Rajasthan Assembly Election 2023: वसुंधरा राजे को लेकर भाजपा में गहमागहमी का माहौल बना हुआ था। हालांकि, भाजपा ने अपनी सूची में ऐसे कई विधायकों के टिकट काट दिए जो वसुंधरा राजे के करीबी बताए जाते हैं। इसमें भरतपुर से दो बार की विधायक अनिता सिंह गुर्जर से लेकर बानसून से पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा जैसे नाम शामिल हैं।

वसुंधरा राजे

Rajasthan Assembly Election 2023: भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही राजस्थान में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की थी। भाजपा की इस सूची में सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता वसुंधरा राजे के करीबियों को तवज्जो नहीं दी गई है। इसके बाद राजस्थान भाजपा में बागी सुर सुनाई देने लगे हैं। एक तरफ समर्थकों का कहना है कि वसुंधरा का करीबी होने के कारण उनका टिकट काटा गया है, तो दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि भाजपा आलाकमान ने वसुंधरा राजे को जोर सा झटका धीमे से दिया है।

प्रत्याशियों के ऐलान से पहले ही वसुंधरा राजे को लेकर भाजपा में गहमागहमी का माहौल बना हुआ था। हालांकि, भाजपा ने अपनी सूची में ऐसे कई विधायकों के टिकट काट दिए जो वसुंधरा राजे के करीबी बताए जाते हैं। इसमें भरतपुर से दो बार की विधायक अनिता सिंह गुर्जर से लेकर बानसून से पूर्व मंत्री रोहिताश शर्मा जैसे नाम शामिल हैं।

चुनाव से पहले सुनाई देने लगे बागी सुर

दो बार की विधायक रहीं अनिता सिंह गुर्जर ने कहा है कि उन्हें वसुंधरा राजे का समर्थक होने के कारण टिकट नहीं दिया गया है। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का संकेत दिया है। वहीं रोहिताश शर्मा ने भी कुछ ऐसे ही संकेत दिए हैं। जयपुर की झोटवाड़ा सीट से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत का भी टिकट काटा गया है। वहीं, देवली-उनियारा से घोषित प्रत्याशी विजय बैंसला को लेकर भी विरोध तेज हो गया है। कहा जा रहा है कि समर्थकों ने टोंक प्रभारी रमेश बिधूड़ी के सामने नाराजगी जाहिर की है और इस मुद्दे को उठाया है।

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