Who is Mohan Yadav: कौन हैं मोहन यादव, जो होंगे मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री, कभी थे शिवराज सिंह चौहान के जूनियर
Who is Mohan Yadav: डॉ. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए हैं। मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे। 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से ही विधायक बने।
मोहन यादव को भाजपा ने बनाया मध्य प्रदेश का नया मुख्यमंत्री (@drmohanyadav51)
Who is Mohan Yadav: मध्य प्रदेश के नए सीएम के नाम पर बीजेपी ने मुहर लगा दी है। राज्य के अगले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव होंगे। मोहन यादव का नाम काफी चौंकाने वाला है। शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े नामों के सीएम बनने की चर्चा था, लेकिन सीएम की कुर्सी एक ऐसे नेता के हाथ लगी है, जो कभी शिवराज सिंह चौहान के जूनियर थे। उनकी सरकार में मंत्री थे।
कौन हैं मोहन यादव (who is Mohan Yadav)
डॉ. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक चुने गए हैं। मोहन यादव 2013 में पहली बार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने थे। 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में वह एक बार फिर निर्वाचित हुए और उज्जैन दक्षिण सीट से ही विधायक बने। इसके बाद 2 जुलाई 2020 को उन्होंने शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। तब मोहन यादव को शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री का पद मिला था।
मोहन यादव की शुरुआती जिंदगी
डॉ. मोहन यादव का जन्म उज्जैन में ही हुआ था। शुरुआती पढ़ाई भी उज्जैन में ही हुई। यहीं से उन्होंने राजनीति की शुरुआत भी की थी। छात्र जीवन में ही मोहन यादव ने राजनीति में कदम रखा और फिर आगे बढ़ते चले गए। महेंद्र यादव ने सीमा यादव से शादी की है। इनसे इनके तीन बच्चे हैं, जिसमें दो पुत्र और एक पुत्री शामिल है।
मोहन यादव की राजनीतिक यात्रा डॉ. मोहन यादव ने माधव विज्ञान महाविद्यालय से छात्र राजनीति की शुरुआत की थी। भाजपा की छात्रसंघ इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के जरिए उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा को बढ़ाया। 1982 में वे माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के सह-सचिव और 1984 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष बने। इसके बाद 1984 में ABVP उज्जैन के नगर मंत्री और 1986 मे विभाग प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली। इसके बाद वो राज्य स्तर पर पहुंच गए। 1988 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मध्यप्रदेश के प्रदेश सहमंत्री और राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बने। 1989-90 में परिषद की प्रदेश इकाई के प्रदेश मंत्री और सन 1991-92 में परिषद के राष्ट्रीय मंत्री रहे। इसके बाद संघ में भी अपनी पैठ बना ली।
संघ के करीबी
1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह और 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे। संघ में सक्रियता के कारण मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने। इसके बाद उन्होंने संगठन में रहकर अलग-अलग पदों पर काम किया। 2004-2010 के बीच वह उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) रहें। 2011-2013 में मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री दर्जा) भी बने। पहली बार 2013 में वह विधायक बने। 2018 में भी पार्टी ने उनपर भरोसा किया और वह चुनाव जीतने में सफल रहे। 2020 में जब बीजेपी की सरकार बनी तो मोहन यादव शिवराज सरकार में मंत्री बने।
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