कभी केंद्र के खिलाफ जंजीरों में जकड़कर पहुंचे थे संसद, अब BJP में शामिल, सुशील कुमार रिंकू ने क्यों दिया AAP को झटका?

2023 में सुशील कुमार रिंकू ने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया था और लोगों से 2024 के लोकसभा चुनावों में भगवा पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की अपील की थी।

सुशील कुमार रिंकू बीजेपी में शामिल

Sushil Kumar Rinku: पिछले साल अगस्त में आम आदमी पार्टी के सांसद सुशील कुमार रिंकू लोकसभा में अपने अंदाज के लिए खूब चर्चित हुए थे। वह अपने और पार्टी सांसदों संजय सिंह और राघव चड्ढा के राज्यसभा से निलंबन के विरोध में जंजीरों में जकड़कर संसद परिसर में पहुंचे थे। सुशील कुमार रिंकू की संसद परिसर में घूमते हुए 'देश के लोकतंत्र को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करो' के नारे लगाते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं। आज वही सुशील कुमार रिंकू भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं।

तब संसद में केंद्र सरकार को घेरा था

तब सुशील कुमार रिंकू ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया था और लोगों से 2024 के लोकसभा चुनावों में भगवा पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंकने की अपील की थी। दिलचस्प बात यह है कि आप में शामिल होने के एक साल से भी कम समय में सुशील रिंकू भारतीय जनता पार्टी में आ गए, जिससे लोकसभा चुनाव से ऐन पहले अरविंद केजरीवाल और आप पार्टी को तगड़ा झटका लगा है।

कौन हैं सुशील कुमार रिंकू?

  • दलित समुदाय से आने वाले सुशील कुमार रिंकू ने अपना राजनीतिक करियर नगर निगम पार्षद के रूप में शुरू किया था। वह 2017 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे।
  • 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्हें AAP उम्मीदवार शीतल अंगुराल से हार का स्वाद चखना पड़ा था।
  • अप्रैल 2023 में सुशील कुमार रिंकू ने जालंधर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान की उपस्थिति में AAP में शामिल हो गए थे।
  • आप के उम्मीदवारों की पहली सूची में सुशील कुमार रिंकू को जालंधर संसदीय सीट से उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था।
  • आप ने उपचुनाव में रिंकू को जालंधर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था और उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार करमजीत कौर चौधरी को 58,691 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की थी।
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