कर्नाटक में वरुना सीट क्यों है इतनी खास, सिद्धारमैया बोले-अब कोई नहीं है सामने

2023 में कर्नाटक का किंग कौन होगा इसका फैसला 13 मई को हो जाएगा। उससे पहले जीत के दावे बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस तीनों दल कर रहे हैं। कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धारमैया ने कहा कि इस दफा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। बीजेपी को सपना देखने की आदत है।

सिद्धारमैया, कर्नाटक कांग्रेस के कद्दावर नेता

मुख्य बातें
  • कर्नाटक में 10 मई को मतदान, तैयारी में जुटे दल
  • सभी 224 सीटों के लिए 13 मई को आएंगे नतीजे
  • 24 मई को मौजूदा सरकार का कार्यकाल हो रहा है खत्म
Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीख की घोषणा हो चुकी है। राजनीतिक दल सभी 224 सीटों पर जीत का पताका फहराने की कोशिश में जुट गए हैं। बीजेपी जहां इस बात का दावा कर रही है वो इतिहास बनाने जा रही है तो कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी खुद इतिहास बन जाएगी। कर्नाटक की जनता ने मन बना लिया है। 13 मई को जो नतीजे आएंगे वो स्पष्ट तौर पर कांग्रेस के पक्ष में होंगे। कर्नाटक, हंग असेंबली का सामना नहीं करेगा। कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धारमैयान ने कहा कि हम एक बड़ी जीत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं।

वरुना से चुनाव लड़ते रहे हैं सिद्धारमैया

सिद्धारमैया ने अपनी राजनीति की शुरुआत वरुना से की थी। जब पिछली दफा भी सक्रिय राजनीति से दूर रहने का फैसला किया तो वरुना से ही किस्मत आजमायी थी। वैसे सामान्य तौर पर वो दो सीटों से चुनाव लड़ते रहे हैं। वो इस दफा कोलार में अपनी जमीन बना रहे थे। कर्नाटक कांग्रेस कमेटी के सामने अपने आवेदन में उन्होंने बदामी, वरुना और कोलार का जिक्र किया था। कांग्रेस ने जब पहली लिस्ट जारी की तो उसमें बदामी और कोलार का नाम नहीं था। इसे लेकर कुछ नाराजगी भी रही। लेकिन स्थानीय रिपोर्ट में कहा गया कि इन दोनों सीटों से जीत की संभावना कम थी।इस बात की संभावना जताई जा रही थी कि बी एस येदियुरप्पा के बेटे बी वाई विजयेंद्र वहीं से चुनाव लड़ेंगे जहां से सिद्धारमैया। लेकिन अब इस पर विराम लग चुका है। येदियुरप्पा ने खुद कहा कि उनके बेटे पारंपरिक सीट शिकारीपुरा से किस्मत आजमाएंगे जहां से वो खुद सात बार जीत हासिल कर चुके हैं।

एक बार फिर चर्चा में कोलार

सिद्धारमैया की इतनी बड़ी जीत के भरोसे से पहले यह बताना जरूरी है कि उन्होंने कहा है कि यह चुनाव उनका अंतिम चुनाव होगा। बता दें कि वो अपने बेटे यतिंद्र सिद्धारमैया की सीट वरुना से किस्मत आजमां रहे हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें उम्मीद थी कि कोलार विधानसभा से पार्टी उन्हें टिकट देगी। सिद्धारमैया इस समय कोलार में चुनावी तैयारी को लेकर व्यस्त हैं जहां राहुल गांधी रैली करने वाले हैं। कोलार वही जगह है कि जहां 2019 में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर टिप्पणी की थी और गुजरात सेशंस कोर्ट ने उन्हें दोषी माना और उसके बाद वो अपनी सांसदी खो बैठे।
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