क्या प्याज की महंगाई चुनाव में बढ़ाएगी भाजपा की मुश्किलें? कांग्रेस को मिला मुद्दा

Assembly Elections 2023: पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव से पहले देश में प्याज की महंगाई ने लोगों के आंसू निकाल दिए हैं। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सरकार और भाजपा को घेरने में जुटी हुई है। सवाल ये है कि क्या मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में हो रहे चुनाव पर प्याज की महंगाई का असर पड़ेगा?

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क्या प्याज की महंगाई का विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा असर?

Onion Inflation News: पहले टमाटर और अब प्याज की महंगाई आम लोगों की जिंदगी का स्वाद फीका कर रही है। कुछ दिन पहले टमाटर की कीमत इस कदर बढ़ी की गरीब व्यक्ति इस सब्जी को खरीदना तो दूर, इस ओर देखने में भी संकोच करता था। अब वैसा ही माहौल प्याज को लेकर भी बनता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से प्याज की कीमतों में इस कदर उछाल आया कि इस महंगाई का असर अब विधानसभा चुनावों पर होता नजर आ रहा है।

क्या विधानसभा चुनाव पर पड़ेगा प्याज की महंगाई का असर?

कांग्रेस को ये बेहतर मालूम है कि विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को घेरने का इससे बेहतर मुद्दा शायद ही हो, महंगाई के खिलाफ भाजपा की खटिया खड़ी करने के मकसद से कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने अपनी-अपनी कमर कस ली है। खुद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस मुद्दे को लेकर सियासी मैदान में हैं। वहीं मध्य प्रदेश में एक कांग्रेस नेता ने प्याज की माला पहनकर अनोखा विरोध प्रदर्शन किया।

दाम बढ़ने पर कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने प्याज की माला पहनी

कांग्रेस नेता रागिनी नायक ने प्याज के बढ़ते दामों को लेकर रविवार को यहां प्याज की माला पहनकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्याज के बढ़ते दाम से लोगों को हो रही परेशानियों को लेकर केंद्र और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारों को निशाने पर लिया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, 'प्याज का दाम बढ़कर 80 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है। कुछ दिन पहले टमाटर का भाव 200-250 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को हमें बताना चाहिए कि प्याज का मूल्य लोगों के लिए परेशानी क्यों खड़ा कर रहा है।'

महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार और शिवराज सरकार को घेरा

कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले एक साल में मध्य प्रदेश में गेहूं के आटे का दाम 35 प्रतिशत बढ़ गया, खाद्य तेल का दाम पिछले तीन सालों में दोगुना हो गया, दूध, घी और पनीर पर वस्तु एवं सेवा कर लगा दिया गया, लेकिन मुख्यमंत्री चौहान आम लोगों पर असर डालने वाली ऐसी बातों को लेकर बिल्कुल गहरी निंद्रा में हैं। नायक ने कहा, 'जहां लोग महंगाई का दंश झेल रहे हैं, वहीं इससे किसानों को कोई फायदा नहीं हो रहा है। शाजापुर जिले में कृषक दो रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्याज बेच रहे हैं और यहां पर प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक रहा है।'

प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर बरसे खड़गे

इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर रविवार को नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि पांच राज्यों के लोग आगामी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराकर फिर से प्याज के दाम बढ़ने का राज बताएंगे। खड़गे ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब राष्ट्रीय राजधानी के थोक बाजार में प्याज की कीमतें बढ़कर 65-80 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई हैं। उन्होंने ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि भाजपा सरकार के पिछले साढ़े नौ साल में महंगाई के बोझ तले दबी जनता की रोती-बिलखती आवाज सुनाई देती है।

खड़गे ने मोदी सरकार से पूछा- क्यों हुआ फिर से प्याज महंगा?

उन्होंने कहा, '...हर बार महंगाई के मुद्दे पर, मोदी सरकार ने जनता का मखौल उड़ाया और कुछ इस तरह छेड़ा साज - ‘महंगाई दिखती ही नहीं’, ‘मैं प्याज खाती नहीं’, ‘बाकी देशों से तो बेहतर है’।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'भला क्यों हुआ फिर से प्याज महंगा? अब भाजपा को पराजित कर पांच राज्यों के लोग बताएंगे इसका राज।' कांग्रेस ने शनिवार को केंद्र सरकार पर महंगाई को काबू करने में नाकाम रहने का आरोप लगाया और कहा कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में महंगाई से परेशान जनता का गुस्सा स्पष्ट रूप से दिखेगा। राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में अगले महीने चुनाव होने वाले हैं और नतीजों की घोषणा तीन दिसंबर को की जाएगी। कांग्रेस अर्थव्यवस्था से निपटने को लेकर सरकार पर निशाना साध रही है और 'बढ़ती' बेरोजगारी तथा महंगाई को लेकर चिंता जता रही है।
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