बजरंग दल पर प्रतिबंध का मतलब हिंदू आस्था का मजाक बनाना, कांग्रेस पर योगी आदित्यनाथ का हमला

Karnataka Assembly Elections 2023 : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्नाटक के कोप्पा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव देकर हिंदू आस्था का 'मजाक' बनाने का प्रयास किया है। जिसे बहुसंख्यक समुदाय बर्दाश्त और स्वीकार नहीं करेगा।

योगी आदित्यनाथ ने बजरंग दल पर प्रतिबंध के कांग्रेस के वादे पर किया हमला

Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के लिए प्रचार करने पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कांग्रेस पर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव देकर हिंदू आस्था का 'मजाक' बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया, जिसे बहुसंख्यक समुदाय बर्दाश्त और स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग एक भारत, श्रेष्ठ भारत' (वन इंडिया, ग्रेट इंडिया) को पसंद नहीं करते हैं, वे 'पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया' (PFI) जैसे राष्ट्र-विरोधी संगठनों का समर्थन कर रहे हैं। आदित्यनाथ गोरखनाथ मठ के प्रमुख पुजारी भी हैं। उन्होंने कहा कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह उत्तर प्रदेश में राम की भूमि से हनुमान (कर्नाटक) की भूमि पर आए हैं।

बजरंग दल पर प्रतिबंध का मतलब हिंदू आस्था का मजाक बनाना

उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के बीच जुड़ाव इस तथ्य को रेखांकित करता है कि वे अभिन्न रूप से एक हैं और एक भारत, श्रेष्ठ भारत की अवधारणा को मूर्त रूप देते हैं। जिन्हें एक भारत, श्रेष्ठ भारत पसंद नहीं है, वे कहीं न कहीं PFI जैसे समाज-विरोधी और देश-विरोधी संगठनों को प्रोत्साहित करते हैं और दूसरी ओर, वे देशभक्ति और समाज सेवा के लिए प्रतिबद्ध संगठनों पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं। बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का मतलब है कि कांग्रेस हिंदू आस्था का मजाक बनाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी नेता ने कहा कि हिंदू समुदाय इसे बर्दाश्त नहीं करेगा और इसे स्वीकार करेगा।

वीर बजरंगी, हर हर महादेव के लगे नारे

यह देखते हुए कि अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा जो 500 से अधिक वर्षों से लंबित था और एक नारे की शक्ति द्वारा हल किया गया। आदित्यनाथ ने भीड़ को उनके बाद जयकारा वीर बजरंगी, हर हर महादेव दोहराने के लिए कहा। जैसे ही आदित्यनाथ ने नारा लगाया, भीड़ भी उनके पीछे नारे लगाने लगी। इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद लोगों से अपील की कि वे इस नारे को समाज के हर तबके तक ले जाएं, ताकि पीएफआई के समर्थकों को धूल फांकनी पड़े। उन्होंने दावा किया कि जब कर्नाटक में कांग्रेस और जद (एस) सरकार सत्ता में थी, तो पीएफआई को प्रोत्साहन मिला। लेकिन डबल इंजन सरकार की वजह से शांति, सद्भाव और सुरक्षा है। जिस तरह उत्तर प्रदेश एक शांतिपूर्ण राज्य बन गया है, उसी तरह कर्नाटक में डबल इंजन सरकार ने पीएफआई पर प्रतिबंध लगाकर उसकी कमर तोड़ने की कोशिश की।

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