Adipurush के संवाद पर संग्रामः मुंतशिर को लेकर रामानंद सागर के बेटे भी हैरान, बोले- आप फंतासी बना दो पर...
Adipurush Row: दरअसल, 16 जून 2023 को यह फिल्म रिलीज हुई थी, जिसके वीएफएक्स, संवाद और कुछ सीन्स को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद मामला विरोध के बीच पुलिस थाने और प्रधानमंत्री तक जा पहुंचा।
फिल्म आदिपुरुष के डायलॉग्स मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं।
Adipurush Row: फिल्म आदिपुरुष को लेकर पनपे विवाद और विरोध से जुड़े संग्राम के बीच स्क्रिप्ट राइटर मनोज मुंतशिर के काम (फिल्म में) पर "रामायण" सीरियल बनाने वाले रामानांद सागर के बेटे प्रेम सागर ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा है- पता नहीं कैसे उन्होंने आदिपुरुष फिल्म में ऐसे डायलॉग्स डाल दिए।
वह बोले, "मैंने मनोज मुंतशिर का जो पहले का काम (यूट्यूब आदि पर) देखा है, वह कमाल का लगता है। वह बहुत बड़े ज्ञानी हैं और हिंदू धर्म का प्रचार करते रहे हैं और उनकी उम्र भी बेहद कम है। मुझे समझ नहीं आता है कि उन्होंने आदिपुरुष में ऐसे डायलॉग कैसे यूज किए!"
उन्होंने आगे बताया- फैसला गलत हो गया? अगर यह आज की पीढ़ी के लिए है तो जो जनता है, उस जनता के साथ आप ऐसा नहीं कर सकते हैं न! आप फिर उसे ब्रिज कैंडी या फिर मार्वल कॉमिक्स जैसा कुछ बोलिए...यह मत बोलिए कि वह वाल्मिकी की रामायण पर आधारित है।
बकौल प्रेम सागर, "आप फंतासी बना दीजिए, पर जब आप रामायण बनाते हैं तब आप हिंदुस्तान के साथ कपट नहीं कर सकते हैं। लोग ऐसी चीजों को भक्ति से देखते हैं। सरस्वती सबके पास नहीं जाती है। आप कुछ भी कर लीजिए लक्ष्मी उसी के पास जाएगी, जिसे उन्हें योगदान देना होगा। जब वह योगदान देती है, तब उसके साथ बंधन भी है। मसलन कलम का गलत इस्तेमाल इसमें शामिल है। आप उस कलम से फ्लड्स (सैलाब) नहीं पैदा कर सकते हैं।"
उनके मुताबिक, सनातन धर्म की जो धरती है, हम उसे भारत कहते हैं। इसके कण-कण में राम की छवि, श्रद्धा और भक्ति है। हनुमान जी हैं...मैं हर रोज जाप करता हूं, पर उसके साथ आपको अपने नैतिक मूल्य तो रखने पड़ेंगे। आप कितने भी स्पेशल इफेक्ट्स यूज कर लें, पर राम तो राम रहेंगे।
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अभिषेक गुप्ता author
छोटे शहर से, पर सपने बड़े-बड़े. किस्सागो ऐसे जो कहने-बताने और सुनाने को बेताब. कंटेंट क्रिएशन के साथ...और देखें
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