दर्शकों की जुबां पर चढ़ी 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल', कहानी, एक्टर्स और डायरेक्शन की हो रही तारीफ

यजुर मारवाह, रामेन्द्र चक्रवर्ती, और अर्शिन मेहता स्टारर फिल्म 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' कुछ दिनों पहले रिलीज हुई। 'लापता लेडीज' की तरह ही इस छोटे बजट की फिल्म को बड़ा प्यार मिल रहा है. दर्शक इस फिल्म के बारे में खूब बातें कर रहे हैं। एक ओर जहां कुछ सीन्स पर तालियां पीटी जा रही हैं तो कुछ सीन्स पर दर्शकों की आंखें नम भी हो रही है. वहीं कुछ सीन्स ने तो दर्शकों को हैरान कर दिया है।

'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल

यजुर मारवाह, रामेन्द्र चक्रवर्ती, और अर्शिन मेहता स्टारर फिल्म 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' कुछ दिनों पहले रिलीज हुई. 'लापता लेडीज' की तरह ही इस छोटे बजट की फिल्म को बड़ा प्यार मिल रहा है. दर्शक इस फिल्म के बारे में खूब बातें कर रहे हैं. एक ओर जहां कुछ सीन्स पर तालियां पीटी जा रही हैं तो कुछ सीन्स पर दर्शकों की आंखें नम भी हो रही है. वहीं कुछ सीन्स ने तो दर्शकों को हैरान कर दिया है.

30 अगस्त को सिनेमाघरों में 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' रिलीज हुई. फिल्म को क्रिटिक्स ने खूब सराहा और पसंद किया. वहीं दर्शकों ने भी फिल्म को खूब पसंद किया. संजोग मिश्रा के बेहतरीन निर्देशन में बनी इस फिल्म में गौरी शंकर, अवध अश्विनी, आशीष कुमार, और रौनव वर्मा की भी प्रशंसा हो रही है.

बीते कुछ वक्त में सिनेमा तेजी से बदला है. हालांकि इसके बाद भी चुनिंदा फिल्ममेकर्स ही ऐसे हैं जो बेझिझक होकर फिल्मों के लिए सब्जेक्ट चुनते हैं और फिर उस पर फिल्म बनाते हैं. फिल्म एक संवेदनशील मुद्दे को बेबाक से उठाती हैं. 'द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल' इस मामले में एक उल्लेखनीय फिल्म है, जो दर्शकों तक अपने महत्वपूर्ण मुद्दों को प्रभावी ढंग से पहुँचाती है. फिल्म की कहानी और उसकी प्रस्तुति दर्शकों को प्रभावित कर रही है और इसे देखकर 'द केरल स्टोरी' और 'द कश्मीर फाइल्स' की याद आ रही है.

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