Ishq Vishk Rebound Movie Review in Hindi

क्रिटिक्स रेटिंग

3.5

Jul 2, 2021

Ishq Vishk Rebound Movie Review: क्या शाहिद कपूर का जलवा बरकार रख पाए रोहित सराफ! कैसी है फिल्म?

Ishq Vishk Rebound Movie Review in Hindi: प्यार समझना आसान नहीं है। यह आपको पागल कर सकता, दिन रात सोचने पर मजबूर कर सकता है और एक बेमतलब सा इंसान भी बना सकता है। थोड़ी जलन और एक्स्ट्रा एफर्ट्स के साथ प्यार आपको एक अलग इंसान ही बना देता है। दोस्ती इसके बिल्कुल अलग है। यह शांत, पीसफुल और आसान है। क्या होता है जब आप दोनों का कॉकटेल बनाने का प्रयास करते हैं, और फिर इस मिक्स में रिबाउंड का तड़का डालकर किसी तरह इसे खराब कर देते हैं? इश्क विश्क रिबाउंड, जिसे आधुनिक समय की रोमांटिक कॉमेडी माना जाता रहा है, इन सवालों के जवाब देने की कोशिश करती है। क्या यह कॉकटेल आपको अच्छा नशा देगा या हैंगओवर का कारण बनेगा? आइए यहां जानते हैं।

कहानी

निपुण धर्माधिकारी के निर्देशन में बनी इस फिल्म की स्टोरी उतनी ही सरल है जितना आप एक रोमांटिक-कॉम से उम्मीद कर सकते हैं। इस फिल्म को देखते समय आपको ज्यादा दिमाग लगाने की भी जरूरत नहीं है। तीन बचपन के दोस्त सान्या (पशमीना रोशन), साहिर (जिबरान खान), और राघव (रोहित सराफ) फिल्म में जान डालते दिखेंगे। सान्या और साहिर हमेशा से प्यार में हैं, जबकि उनका तीसरा पहिया, राघव अब रिया (नैला ग्रेवाल) को डेट करना शुरू कर देता है।
इस दोस्ती की परीक्षा तब होती है जब सान्या और साहिर टूट जाते हैं, जिसके कारण रिया को राघव से रिश्ता खत्म करना पड़ता है। चीजें तब मुश्किल हो जाती हैं जब सबसे अच्छे दोस्त सान्या और राघव एक-दूसरे के साथ 'रिबाउंड' रिश्ता शुरू करते हैं। क्या दिल टूटने के बाद भी प्यार जिंदा रहता है? क्या इश्क रिबाउंड की धुंधली भूलभुलैया में अपना रास्ता ढूंढ पाएगा? इस आम सी स्टोरी को अगले 106 मिनट में दिखाया गया है, जिससे इश्क विश्क रिबाउंड का रन-टाइम हालिया बॉलीवुड रिलीज में सबसे कम समय में से एक बन गया है।

एक्टिंग और परफॉर्मेंस

इस फ़िल्म‌ की कास्टिंग भी एकदम सटीक ढंग से की ग‌ई है। हरेक कालाकर अपने-अपने किरदार में एकदम‌ फिट नजर आता है। रोहित सराफ़ ने एक कंन्फ्यूज्ड प्रेमी और बेहतरीन दोस्त के रूप में उम्दा अदाकारी का मुजाहिरा किया है। एक डेब्यूटंट कलाकार के तौर पर पशमीना रौशन ने अपनी भूमिका को पूरी ईमानदारी और शिद्दत के‌ साथ निभाया है। जिब्रान ख़ान और नायला ग्रेवाल भी अपने अपने किरदार में खूब जंचते हैं। मराठी नाटकों और फ़िल्मों की‌ पृष्ठभूमि से आए‌ लेखक और निर्देशक निपुण अविनाश धर्माधिकारी ने 'इश्क़ विश्क़ रीबाउंड' के ज़रिए एक‌ बार फिर‌ से साबित किया है कि है कि वे एक परिपक्व किस्म के निर्देशक है। हरेक फ़्रेम में उनकी मेहनत साफ़तौर पर झलकती है।

कैसा है फिल्म का निर्देशन?

लेखन से लेकर छायांकन, संपादन और निर्दशन तक फिल्म के हरेक पहलू पर खूब बारीकी के साथ काम किया गया है। मूवी का म्यूजिक इसमें अलग ही जान डाल देता है। फिल्म के सभी गानों में एक मतलब है जो कहानी को बेहतरीन करने में मदद करता है। कुछ पुराने गानों को नये अंदाज़ में जिस तरह से पेश किया गया है, वो भी क़ाबिल-ए-तारीफ़ है।

फिल्म देखें या नहीं?

'इश्क विश्क रीबाउंड' एक ऐसी रोमांटिक‌ कॉमेडी फिल्म है, जिसमें आपको कुछ नया नहीं मिलने वाला है, कोई आउट ऑफ द बॉक्स स्टोरी या सीन नहीं देखने को मिलेगा। हालांकि फिल्म की कहानी अच्छी है जो आपको अच्छा थिएट्रिकल एक्सपीरियंस देने वाली है। जिसका आनंद पूरे परिवार के साथ मिलकर‌ उठाया जा सकता है। प्यार और दोस्ती की गहराई को बड़े ही शिद्दत से दर्शाती‌ इस फ़िल्म को आप भी सिनेमाघर में जाकर देख सकते हैं।
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3.5

Jul 2, 2021

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3

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