2024 की मुहिम में जुटे नीतीश, ममता से की मुलाकात, 5 प्वाइंट में समझें रणनीति
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ विपक्षी ताकतों को एकजुट करने की मुहिम चला रहे हैं।
नीतीश करेंगे ममता-अखिलेश से मुलाकात
Nitish Kumar Agenda: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 चुनाव के लिए विपक्ष को एकजुट करने की मुहिम में जुट गए हैं। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश ने आज तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से मुलाकात की। बाद में हव समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश सिंह से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात के बाद ममता ने साफ संकेत दिया कि बीजेपी को हराने के लिए वह गठजोड़ के लिए तैयार हैं।
ममता ने नीतीश से की एक ही गुजारिश
इस मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा, मैंने नीतीश कुमार से बस एक ही निवेदन किया है। जयप्रकाश जी का आंदोलन बिहार से शुरू हुआ। अगर हम बिहार में सर्वदलीय बैठक करते हैं, तो हम तय कर सकते हैं कि हमें आगे कहां जाना है। लेकिन सबसे पहले हमें यह संदेश देना होगा कि हम एक हैं। मैंने पहले भी कहा है कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैं चाहती हूं कि बीजेपी जीरो हो जाए। मीडिया के समर्थन और झूठ से वे बड़े हीरो बन गए हैं।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हम साथ-साथ आगे बढ़ेंगे। हमारा कोई व्यक्तिगत अहंकार नहीं है, हम सामूहिक रूप से मिलकर काम करना चाहते हैं।
नीतीश की मुहिम
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ विपक्षी ताकतों को एकजुट करने की मुहिम के तहत आज कोलकाता में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की। नीतीश कुमार का आज लखनऊ में समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मिलने का कार्यक्रम है। मीडियाकर्मियों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि वह जल्द ही भाजपा विरोधी ताकतों को एकजुट करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करेंगे। कुमार ने पटना में एक आधिकारिक कार्यक्रम से इतर कहा था कि मेरे जाने के बाद आप सभी को पता चल जाएगा।
ममता-अखिलेश से नीतीश की मुलाकात के क्या मायने
- पहले ऐसी खबरें थीं कि नीतीश कुमार 25 अप्रैल को ममता बनर्जी से मिल सकते हैं। नीतीश कुमार के राज्य सचिवालय 'नबन्ना' स्थित उनके कार्यालय में बनर्जी से मिलने की उम्मीद है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा से लड़ने की रणनीति बनाने के लिए दोनों नेताओं के एक बंद कमरे में बैठक करने की संभावना है।
- ममता बनर्जी ने पिछले महीने अखिलेश यादव और ओडिशा के सीएम पटनायक के साथ इसी तरह की बैठकें की थीं। नीतीश भी उसी तरह की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए विपक्ष को एकजुट कर रहे हैं।
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व सांसद राहुल गांधी से मिलने के लिए नीतीश कुमार की नई दिल्ली यात्रा के बाद यह बैठक हो रही है। इस बैठक को अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले महागठबंधन की नींव रखने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। खड़गे के आवास पर हुई बैठक में बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे।
- बिहार में महागठबंधन में नीतीश कुमार के साथी और डिप्टी सीएम तेजस्वी भी इस मुहिम में लगातार नीतीश के साथ बने हुए हैं। नीतीश के साथ तेजस्वी ने भी ममता से मुलाकात की और वह अखिलेश से मिलने लखनऊ भी जाएंगे।
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बुधवार को पटना में उनसे मुलाकात की और उनके साथ लंबी चर्चा की थी, जिसके बाद अगले महीने नीतीश कुमार ने कथित तौर पर क्षेत्रीय पार्टी के नेताओं के साथ अपनी बातचीत शुरू करने की अपनी योजनाओं को संशोधित किया। मुलाकात के बाद रावत ने कहा था कि दोनों नेताओं की मुलाकात के बाद राजनीतिक बातचीत होनी चाहिए।
बिहार का फॉर्मूला आजमाने की तैयारी
नीतीश विपक्षी एकजुटता की मुहिम में लगातार जुटे हुए हैं। राहुल गांधी की मोदी सरनेम वाले मामले में भी नीतीश ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया था। वह पीएम मोदी का नाम लिए बिना उन पर हमला बोल रहे हैं। साफ है कि बिहार में महागठबंधन की तर्ज पर केंद्र में भी विपक्ष को एकजुट करने की मंशा है। बिहार में जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस और कुछ छोटे दलों ने बीजेपी को सत्ता से दूर रखा है। केंद्र में भी यही फॉर्मूला आजमाने की तैयारी है।
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