गन कल्चर, अबॉर्शन, अर्थव्यवस्था पर क्या सोचती हैं कमला हैरिस, अमेरिकी चुनाव में हावी हैं ये मु्द्दे
US Presidential Election 2024 : अमेरिका में प्रवासी संकट एक बड़ा मुद्दा रहा है। प्रवासियों के मुद्दों पर उम्मीदवारों की राय जीत और हार तय करने में बड़ा भूमिका बनाती है। इस मुद्दे पर कमला की राय समय-समय पर बदलती रही है। साल 2020 के चुनाव प्रचार में कमला ने प्रवासी डिटेंशन को बंद करने की बात कही थी।
अमेरिका में नवंबर में है राष्ट्रपति चुनाव।
- अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए माहौल पूरी तरह बन चुका है
- 10 सितंबर को डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच होगी डिबेट
- दोनों के बीच कांटे की टक्कर चल रही है, मुद्दों पर जनता देगी वोट
Kamala Harris : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट पार्टी की आधिकारिक उम्मीदवार बनने के बाद कमला हैरिस की रेटिंग में जबर्दस्त उछाल है। तमाम सर्वे उन्हें आगे बता रहे हैं। डेमोक्रेट पार्टी की रैलियों में एक नया जोश और उमंग देखा जा रहा है। महिलाओं सहित हर वर्ग में कमला के प्रशंसक और समर्थक नवंबर में होने वाले चुनाव को काफी दिलचस्प और रोचक बना रहे हैं। हालांकि, अमेरिकी जनता मुद्दों पर उम्मीदवारों की राय को देखते हुए अपना राष्ट्रपति चुनती है। हर बार की तरह इस बार भी ऐसे तमाम मुद्दे हैं जिन पर अमेरिकी वोट करेंगे। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अलग-अलग मुद्दों पर कमला हैरिस का रुख और उनकी राय क्या है-
अर्थव्यवस्था
सबसे पहले अमेरिकी अर्थव्यवस्था की अगर बात करें तो एक सीनेटर के रूप में कमला ने कई ऐसे कदम उठाए जिनकी सराहना हुई। पेड फैमिली लीव, सस्ता घर और निम्न एवं मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए वह प्रगतिशील नीतियां लेकर आईं। उप राष्ट्रपति बनने के बाद आर्थिक सुधारों एवं फैसलों को पारित कराने में वह बाइडेन को भरपूर सहयोग करती आई हैं। बुनियादी संरचना और ग्रीन एनर्जी में बड़े निवेश का रास्ता खोलने में बड़ी भूमिका निभाने वाली कमला के सामने महंगाई एक बड़ा मुद्दा है। बढ़ती महंगाई का बोझ और उसकी मार से आम अमेरिकी नागरिक परेशान है। लोगों की आर्थिक मुसीबतें कम करने के लिए कमला ने अपना आर्थिक प्लान शेयर किया है। उन्होंने पहली बार घर खरीदने के लिए आर्थिक मदद देने, न्यूबॉर्न पैरेंट्स के लिए टैक्स क्रेडिट और महंगाई काबू में करने के लिए उन्होंने ग्रासरी स्टोर की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण लाने का वादा किया है। अपने कंवेंशन स्पीच में कमला ने कहा कि वह एक ऐसी अर्थव्यवस्था चाहती हैं जहां सभी के लिए प्रतिस्पर्धा करने और आगे बढ़ने का मौका हो।
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प्रवासीअमेरिका में प्रवासी संकट एक बड़ा मुद्दा रहा है। प्रवासियों के मुद्दों पर उम्मीदवारों की राय जीत और हार तय करने में बड़ा भूमिका बनाती है। इस मुद्दे पर कमला की राय समय-समय पर बदलती रही है। साल 2020 के चुनाव प्रचार में कमला ने प्रवासी डिटेंशन को बंद करने की बात कही थी। लेकिन इस बार अपनी डीएनसी स्पीच में उन्होंने कहा कि बार्डर सुरक्षा पर वह बिल लेकर आएंगी और कानून बनाएंगी।
अबॉर्शनअमेरिकी समाज में अबॉर्शन एक विवादित मुद्दा रहा है। प्रगतिशील अमेरिकी इसे अपनाना चाहते हैं जबकि पारंपरिक अमेरिकी परिवार अबॉर्शन को गलत मानते हैं। जबकि कमला लंबे समय से अबार्शन के अधिकार का समर्थन करती आई हैं। इस बार के चुनाव में अबॉर्शन एक मुख्य चुनावी मुद्दा बने इसके लिए उन्होंने शुरू से ही प्रयास किया। वह अबॉर्शन के लिए देश में एक कानून चाहती हैं।
यूक्रेन युद्ध
बाइडेन की तरह कमला भी यूक्रेन के साथ मजबूती से खड़ी हैं। उन्होंने रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन का समर्थन करने की बात कही है। गत जून में यूक्रेन ने स्विटजरलैंड में शांति सम्मेलन बुलाया था, इस सम्मेलन में कमला अमेरिकी प्रतिनिधि के रूप में शामिल हुईं।
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इजरायल गाजा युद्ध
कमला इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को खत्म करने के लिए द्विराष्ट्र सिद्धांत का समर्थन करती आई हैं। वह चाहती हैं कि गाजा में लड़ाई बंद हो। डीएनसी की अपनी स्पीच में कमला ने कहा कि वह चाहेंगी कि इजरायल सुरक्षित रहे, बंधक रिहा हों, गाजा में लोगों की पीड़ा और मुसीबत कम हो। फिलिस्तीन के लोग गरिमा, आजादी और सुरक्षा के साथ रहें। जुलाई में इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू जब वाशिंगटन आए थे तो व्हाइट हाउस में आमने-सामने की बैठक में कमला ने उनसे कहा कि यह युद्ध बंद करने का समय है। हालांकि, कंवेंशन में कमला ने कहा कि खुद को सुरक्षित रखने के इजरायल के अधिकार के साथ वह हमेशा खड़ी रहेंगी और वह सुनिश्चित करेंगी कि इजरायल अपनी सुरक्षा करने में हमेशा सक्षम रहे।
गन कल्चर
अब तक की अपनी राजनीतिक यात्रा में कमला गन सेफ्टी रेगुलेशन का समर्थन करती आई हैं। जब वह कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल थीं तो उन्होंने गन लॉज का सफलतापूर्व बचाव किया। अमेरिका में हाल के वर्षों में मास शूटिंग की घटनाएं देखने के बाद कमला ने कहा कि कानूनों का पालन सख्ती से कराने के लिए वह रिसोर्स सेंटर बनाएंगी। साथ ही उनकी कोशिश होगी कि हथियार ऐसे लोगों को न मिलें जिनसे खुद को या दूसरों को नुकसान पहुंचाने की आशंका हो।
टैक्सकमला जब सीनेटर थीं तो इन्होंने कई प्रोग्रेसिव टैक्स का समर्थन किया। बुजुर्गों को सामाजिक सुरक्षा देने के लिए इन्होंने निवेशकों पर टैक्स की दर बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था। साल 2019 में इन्होंने कॉरपोरेट टैक्स के रेट को 21 फीसद से बढ़ाकर 35 फीसद करने की बात कही। हालांकि, अब कहा जा रहा है कि टैक्स को लेकर कमला थोड़ी नरम हुई हैं। वह चाहती हैं कि 4 लाख डॉलर से कम कमाई करने वाले लोगों पर टैक्स न बढ़ाया जाए। डीएनसी के स्पीच में कमला ने कहा कि मध्यम वर्ग के टैक्सों में कटौती का योजना लाएंगी, और इससे 10 करोड़ से ज्यादा अमेरिकी नागरिकों को फायदा होगा।
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