मोदी सरकार को मिली ताकत, राज्यसभा में बहुमत के आंकड़े पर पहुंचा NDA, कई विधेयकों की राह हुई आसान
नए सदस्यों के साथ ही सदन में भाजपा सांसदों की कुल संख्या 96 हो गई है, जिससे राज्यसभा में एनडीए की कुल ताकत 112 हो गई है। नौ भाजपा सांसदों के अलावा, तीन और सदस्य निर्विरोध चुने गए।
राज्यसभा में एनडीए को बहुमत
NDA Regains Majority Mark In Rajya Sabha: केंद्र मोदी सरकार को राज्यसभा में नई ताकत मिली है। राज्यसभा उपचुनाव में एनडीए को पूरा बहुमत मिल गया है। ये इस मायने में अहम है कि सरकार को अब ऊपरी सदन में बिल पारित कराने में आसानी होगी। सत्तारूढ़ एनडीए ने मंगलवार को राज्यसभा में बहुमत हासिल कर लिया। उच्च सदन के उपचुनाव में भाजपा के नौ और सहयोगी दलों के दो सदस्य निर्विरोध चुने गए। उच्च सदन में एक बार बहुमत का आंकड़ा आने के बाद एनडीए को वक्फ संशोधन विधेयक जैसे प्रमुख विधेयकों को पारित करने में मदद मिलेगी।
एनडीए के पास 119 सदस्यों का समर्थन
इन नए सदस्यों के साथ ही सदन में भाजपा सांसदों की कुल संख्या 96 हो गई है, जिससे राज्यसभा में एनडीए की कुल ताकत 112 हो गई है। नौ भाजपा सांसदों के अलावा, तीन और सदस्य निर्विरोध चुने गए। इनमें से एक एनसीपी के अजीत पवार के गुट से, दूसरा राष्ट्रीय लोक मंच से है. दोनों एनडीए के सहयोगी हैं। इसके अलावा एक कांग्रेस सांसद चुना गया है। सत्तारूढ़ गठबंधन को छह नामांकित सदस्यों और एक स्वतंत्र सदस्य का भी समर्थन हासिल है। इस तरह वोटिंग की स्थिति में एनडीए के पास 119 सदस्यों का समर्थन रहेगा।
आठ सीटें अभी भी खाली
राज्यसभा में वर्तमान में 245 सीटें हैं, हालांकि आठ सीटें अभी भी खाली हैं, चार जम्मू-कश्मीर से और चार मनोनीत। सदन की वर्तमान सदस्य संख्या 237 के साथ बहुमत की सीमा 119 है। इस बीच कांग्रेस का एक सदस्य भी निर्वाचित हुआ, जिससे राज्यसभा में विपक्ष की संख्या बढ़कर 85 हो गई। कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी तेलंगाना से निर्विरोध चुने गए। सिंघवी को हिमाचल प्रदेश में करारा झटका लगा था जब कांग्रेस के 6 विधायकों ने उनके खिलाफ वोट डाला था और वह हार गए थे।
कौन-कौन चुने गए
निर्विरोध चुने गए भाजपा उम्मीदवारों में असम से मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, बिहार से मनन कुमार मिश्रा, हरियाणा से किरण चौधरी, मध्य प्रदेश से जॉर्ज कुरियन, महाराष्ट्र से धैर्य शील पाटिल, ओडिशा से ममता मोहंता, राजस्थान से रवनीत सिंह बिट्टू और त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्जी शामिल हैं। एनसीपी के अजीत पवार गुट के नितिन पाटिल ने महाराष्ट्र से एक सीट हासिल की है, जबकि राष्ट्रीय लोक मंच के उपेंद्र कुशवाहा बिहार से उच्च सदन के लिए चुने गए।
बीजेपी के सदस्यों की संख्या 96 पहुंची
ऊपरी सदन में बीजेपी के सदस्यों की संख्या 96 हो गई है। वहीं, कांग्रेस के सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 27 हो गई है। उसके सहयोगियों के पास 58 सदस्य हैं। इस तरह विपक्षी गठबंधन की संख्या 85 हो गई है। 11 सदस्यों वाली वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और आठ सदस्यों वाली बीजेडी किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं। नए चुने गए सदस्यों का कार्यकाल 2028 तक होगा।
राज्यसभा में एनडीए की मुश्किल आसान
राज्यसभा में बहुमत हासिल करने के लिए एनडीए लगातार प्रयास कर रहा था ताकि महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित कराने के लिए बीजू जनता दल (बीजेडी), वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियों पर निर्भरता खत्म हो जाए। पिछले कुछ वर्षों में देखा गया कि मोदी सरकार को लोकसभा में तो बिल पारित होने में आसानी रही, लेकिन ऊपरी सदन में बहुमत नहीं होने के कारण भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। अब सरकार को बिल पारित कराने में आासानी होगी। हालांकि, सहयोगी जेडीयू, टीडीपी जैसी पार्टियों पर निर्भरता बनी रहेगी।
वक्फ (संशोधन) विधेयक पास कराने में होगी आसानी
राज्यसभा में स्पष्ट बहुमत मिलने से एनडीए सरकार को वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे प्रमुख कानूनों को पास कराने में सफलता मिल सकती है। इसके अलावा हाल ही में बजट सत्र के दौरान पेश किए गए तेल क्षेत्र (विनियमन और विकास) संशोधन विधेयक, 2024 और बॉयलर्स विधेयक, 2024 को उच्च सदन से पास कराया जा सकेगा। सबसे अहम है वक्फ विधेयक जिसे हाल ही में राज्यसभा से वापस लेकर संयुक्त संसदीय समिति मे भेजा गया है। लेकिन अब बहुमत हासिल होने के बाद एनडीए सरकार को इस विधेयक को पारित कराने में मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एक्सप्लेनर्स (explainer News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव ...और देखें
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited