एक बार फिर चीन से कोरोना फैलने का डर, विमान सेवा पर रोक सहित ये कदम उठाने की है जरूरत
Covid-19 outbreak in China: भारत से बीजिंग, शंघाई सहित चीन के कई शहरों से फ्लाइट्स आ और जा रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि भारत सरकार चीन से आने वाली फ्लाइट्स पर करीबी नजर रखे। स्थिति की समीक्षा करे और जरूरत पड़े तो विमान सेवा पर रोक लगाए।
चीन में बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं कोरोना के मरीज।
Covid-19 outbreak : दुनिया पर एक बार फिर कोरोना महामारी का खतरा बढ़ गया है। बड़ी बात यह है कि यह संकट चीन में फिर से विकराल रूप धारण कर रहा है। तीन साल पहले नवंबर 2019 चीन के वुहान शहर से ही इस महामारी की शुरुआत हुई। फिर देखते ही देखते यह महामारी पूरी दुनिया में फैल गई। कोरोना महामारी ने ऐसा कहर मचाया कि लाखों लोगों की जान चली गई। अर्थव्यवस्थाएं तबाह होने के कगार पर आ गईं। लाखों-करोड़ों लोगों की नौकरियां गईं। आम जीवन जीवन ठहर सा गया। दुनिया की एकजुटता एवं तैयारी ने महामारी को शिकस्त तो दे दी लेकिन चीन को देखने से लगता है कि कोरोना पूरी तरह हारा नहीं है। वह पलटवार करने की तैयारी में है। चीन एक बार फिर उसका शिकार बनता दिख रहा है।
सजगता एवं सावधानी बरतने की जरूरत
महामारी की पहली, दूसरी और तीसरी लहर भारत सहित अन्य देशों को बहुत कुछ सीखाकर गई है। ऐसे में चीन से पैदा होने वाले महामारी के इस नए खतरे को लेकर अभी से सभी देशों को सतर्क रहने की जरूरत है। यह कोशिश होनी चाहिए कि पूरानी गलती एवं लापरवाही दोहराई न जाए। कोरोना को लेकर देश जितना सावधान एवं सतर्क रहेंगे, उतने ही असरदार तरीके से उससे निपटा जा सकेगा। यह तैयारी पुख्ता एवं प्रभावी होनी चाहिए। कोरोना वैक्सीन लगाकर भारत ने अपने कोरोड़ों नागरिकों का जीवन सुरक्षित तो कर लिया है लेकिन कोरोना के नए वैरिएंट एवं इसके खतरे को लेकर पूरी तरह से सजगता एवं सावधानी बरतने की जरूरत है।
चीन के साथ विमान सेवा पर लगे रोक
सबसे जरूरी है कि चीन के साथ भारत अपने संपर्क बंद या सीमित करे। कोरोना काल में भारत से चीन के लिए विमान सेवा बंद कर दी गई थी लेकिन महामारी के हालात संभलने के बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से प्रतिबंध हट गया। भारत से बीजिंग, शंघाई सहित चीन के कई शहरों से फ्लाइट्स आ और जा रही हैं। ऐसे में जरूरी है कि भारत सरकार चीन से आने वाली फ्लाइट्स पर करीबी नजर रखे। स्थिति की समीक्षा करे और जरूरत पड़े तो विमान सेवा पर रोक लगाए। दूसरा, भारत के लोग भी चीन की यात्रा करने से बचें। व्यापार एवं कारोबार के लिए बहुत सारे लोग दोनों देशों की यात्रा करते हैं। इनकी भी निगरानी एवं उनकी स्वास्थ्य जांच होनी चाहिए।
Covid-19 China
चीनी नागरिकों के सपर्क में आए लोगों की जांच
भारत में ऐसे कई केंद्र हैं जहां चीन के नागरिक काम करते हैं। इनमें से कई चीनी नागरिकों ने हाल के समय में अपने देश की यात्रा की होगी। ऐसे में जरूरी है कि जो लोग भी इन चीनी नागरिकों के संपर्क में आए हैं, वे लोग अपना कोरोना टेस्ट कराएं। लक्षण दिखने पर खुद को आइसोलेट करें। कोशिश चीनी नागरिकों के संपर्क में न आने की होनी चाहिए। लोगों को यह मानकर चलना होगा कि कोरोना अभी गया नहीं है। वह हमारे आस-पास मौजूद है। कोरोना को लेकर सरकार की जो गाइडलाइन है उसका पालन भी होना चाहिए।
चीन में कोरोना की ताजा स्थिति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के आंकड़ों पर गौर करें तो चीन में बीते 24 घंटे में संक्रमण के 16,555 नए मामले आए हैं। 2019 के बाद इस महामारी से अब तक एक करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और करीब 31 हजार लोगों की मौत हुई है। चीन में करीब साढ़े तीन अरब कोरोना की डोज लगाई जा चुकी है। यह तो आधिकारिक आंकड़ा है लेकिन कोरोना एवं उसके आंकड़ों को लेकर चीन रवैया जिस तरीके का रहा है, उससे कोरोना की वास्तविक स्थिति का पता लगा पाना मुस्किल है। दुनिया के देश एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञ ऐसा मानते है कि कोरोना को लेकर उसने समय से आगाह नहीं किया और न ही इस महामारी से जुड़े जरूरी तथ्य एवं आंकड़े दिए। विश्व भर में कोरोना फैलाना वाला खुद ही पीड़ित बन गया।
china covid.
चीन के अस्पतालों में बड़ी संख्या में कोरोना मरीज
सोशल मीडिया में चीन के अस्पतालों एवं अन्य जगहों की जो तस्वीरें एवं वीडियो आए हैं। वे हालात की गंभीरता बता रहे हैं। ये वीडियोज यदि चीन एवं कोरोना महामारी से जुड़े हैं तो स्थिति खतरनाक है। कुछ वीडियोज में दावा किया गया है कि चीन में कोरोना संक्रमित लोगों की बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं। दावा है कि कोरोना पीड़ित लोगों के शवों से अस्पताल भर गए हैं। कोरोना मरीज बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंच रहे हैं। अस्पताल का प्रबंधन संभालने के लिए कर्मियों को अतिरिक्त घंटे काम करने पड़ रहे हैं।
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