भारत में बाढ़ का कहर, तो यूरोप-अमेरिका में गर्मी से मचा हाहाकार...पूरी दुनिया में मौसम की मार

एक तरह भारत में जहां भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने अपना विकराल रूप दिखाया है तो यूरोप और अमेरिका में इस बार गर्मी जमकर कहर बरपा रही है।

Flod in India, Heatwave in Europe

कहीं बाढ़ का कहर, तो कहीं प्रचंड गर्मी से हाहाकार

Heatwave in US and Europe: साल 2023 में ग्लोबल वार्मिंग अपना भरपूर प्रहार कर रही है। पूरी दुनिया में मौसम अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। प्रकृति ने इंसानों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि विकास के नाम पर किए गए काम कितने भारी पड़ सकते हैं। एक तरह भारत में जहां भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन ने अपना विकराल रूप दिखाया है तो यूरोप और अमेरिका में इस बार गर्मी जमकर कहर बरपा रही है। इसने सैंकड़ों लोगों की जान ले ली है। वहीं भारत में बाढ़ा और भूस्खलन में कई लोगों की जान गई है।

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बारिश से उत्तर भारत से लेकर दक्षिण तक अस्त-व्यस्त

लगातार हो रही बारिश से उत्तर भारत से लेकर दक्षिण तक अस्त-व्यस्त है। भारी बारिश से कहीं बाढ़ आई है, तो कहीं भूस्खलन में लोगों की दर्दनाक मौत हुई है। देश के कई हिस्सों में बादल फटने की भी घटना हो रही है। खास तौर पर उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, गुजरात और महाराष्ट्र में बारिश का कहर जारी है। इससे इन प्रदेशों में सैकड़ों लोगों की मौत हुई है। बारिश के दौरान उत्तराखंड के चमोली में हुआ हादसा कभी भुलाया नहीं जा सकेगा जहां करंट लगने से 16 लोगों की मौत हुई।

चमोली में 16 की मौत

19 जुलाई 2023 को उत्तराखंड के चमोली जिले में बिजली की करंट लगने से 16 लोग की मौत हो गई। नमामि गंगे परियोजना में कार्यरत एक कर्मचारी की करंट लगने से मौत के बाद अगले दिन 19 जुलाई को 11:30 बजे करीब बिजली की लाइन पर कार्य करते वक्त बिजली पूरे परिसर में फैल गई इसकी वजह से कई लोग करंट की चपेट में आ गए और 15 अन्य लोगों की मौत हो गई। हादसे में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर और 3 होम गार्ड भी हादसे का शिकार हुए हैं। उधर, भारी बारिश के कारण केदारनाथ यात्रा भी रोकनी पड़ी।

रायगढ़ में भूस्खलन

इसी तरह महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पिछले हफ्ते भूस्खलन के कारण बड़ा हादसा हुआ। भूस्खलन से 40-50 परिवार मलबे के बीच फंस गए। इस घटना में करीब 22 लोगों की मौत हुई। घटना इरशालवाड़ी गांव में हुई जहां करीब 50 मकान हैं। इनमें से 17 मकान बारिश के बाद आए भूस्खलन के कारण दब गए थे। यह गांव मोरबे बांध से छह किलोमीटर दूर है। यह बांध नवी मुंबई को पानी की आपूर्ति करता है।

इन प्रदेशों में हालात बिगड़े

हिमाचल प्रदेश में इस बार मानसून की बारिश कहर बनकर टूटी है। बारिश ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि कूल्लू-मनाली के पास नेशनल हाईवे का एक हिस्सा ही बह गया। यहां उफनती ब्यास नदी में कई कारें नाव से तरह बह गईं। कई लोग मौत का शिकार बने। कई घर और दुकानें क्षतिग्रस्त हुईं। उधर, जम्मू-कश्मीर के कठुआ में भारी बारिश के कारण कई मकान क्षतिग्रस्त हुए।कठुआ जिले में 19 जुलाई को भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और कई मकानों के क्षतिग्रस्त हो जाने से पांच बच्चों समेत कुल आठ लोगों की मौत हु

इस बार बारिश के कहर से दिल्ली भी दो-चार हुई। कई वर्षों के बाद यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई। आईटीओ, लाल किला जैसे इलाके जलमग्न हो गए। पानी सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई और दिल्ली किसी तालाब जैसी नजर आने लगी। राजधानी दिल्ली की तस्वीरें देख हर कोई चौंक उठा था। वहीं, असम में हर साल की तरह इस बार भी बाढ़ का प्रकोप जारी है। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट के अनुसार एक और व्यक्ति की डूबकर मौत हो जाने के साथ ही इस साल बाढ़ में अब तक नौ लोगों की जान चली गई है। राज्य के 14 जिलों में कुल 63,606 लोग बाढ़ से बेहाल हैं जिनमें 30,354 पुरूष, 24,868 महिलाएं और 8,384 बच्चे हैं। एएसडीएमए के अनुसार राज्य में कुल 272 गांव जलमग्न हैं जबकि 2,863.76 हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल बर्बाद हो गई है।

गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में भारी बारिश

गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों में मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है। इससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और कई गांवों का संपर्क कट गया। कई स्थानों पर प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। बारिश के कारण कई गांवों में पानी घरों में घुस गया और बाढ़ में सड़कों के डूब जाने के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया।

केरल में भारी बारिश, तीन की मौत

केरल के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश का दौर कुछ समय की शांति के बाद फिर शुरू हो गया है। मध्य और उत्तरी जिलों में बारिश का सबसे ज्यादा प्रकोप देखा जा रहा है। कोझिकोड, वायनाड और कन्नूर जिले के अधिकारियों ने सोमवार को भारी बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी। वहीं, मौसम विभाग ने नौ जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इनमें एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कासरगोड, कोझिकोड, वायनाड और कन्नूर शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, बारिश के कारण हुई दुर्घटनाओं में रविवार को तीन लोगों की मौत हो गई। वायनाड जिले के दो नाबालिग हादी और हशीर रविवार को ट्यूशन जाते समय संदिग्ध हालात में एक जलाशय में गिर गए। वहीं, त्रिशूर जिले में रविवार को एक युवक की डूबने से मौत हो गई।

ओडिशा : मौसम विभाग ने जताया 10 जिलों में भारी बारिश का अनुमान

आईएमडी ने सोमवार को बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण बनने के साथ ही ओडिशा के 10 जिलों में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। आईएमडी ने एक ट्विटर पोस्ट में लिखा कि चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव के तहत उसी क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। ओडिशा के गंजम, गजपति, रायगड़ा, मलकानगिरी, कोरापुट, नवरंगपुर, नुआपाड़ा, कालाहांडी, कंधमाल और बोलांगीर के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। येलो अलर्ट के तहत प्रशासन को तैयार रहने की हिदायत दी जाती है।

यूरोप-अमेरिका गर्मी से बेहाल

भारत में भारी बारिश से नुकसान के सिलसिले के बीच यूरोप और अमेरिका गर्मी से दहक रहे हैं। यूरोप के कई देशों में तापनाम रिकॉर्ड तोड़ चुका है। अमेरिका भी गर्मी से बेहाल है। यहां गर्मी से कई मौतें हुई हैं जो इन देशों के लिए नई बात है। प्रकृति के प्रकोप के आगे सब बेबस हैं। पर्यटन के मौसम के दौरान दक्षिणी यूरोप में हीटवेब ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। उधर, इटली में 23 शहरों को रेड अलर्ट पर रखना पड़ा क्योंकि 19 जुलाई को देश को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा था। यहां बढ़ते तापमान के बीच कई लोगों की मौत हुई है। फिलहाल, अत्यधिक गर्मी, जंगल की आग और बाढ़ से राहत के कोई संकेत नहीं हैं। इसने अमेरिका से लेकर चीन तक कहर बरपाया है।

ग्रीस के जंगलों में आग

वहीं, ग्रीस की राजधानी एथेंस के पश्चिम में जंगलों में लगी आग ने हालात बदतर कर दिए हैं। अनियमित हवाओं के कारण लगी आग ने दर्जनों घरों को जला दिया, सैकड़ों लोगों को भागने पर मजबूर कर दिया और पूरे इलाके को घने धुएं में ढक दिया। वहीं, गर्मी से लाखों अमेरिकियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खतरनाक हीटवेब ने दक्षिणी कैलिफोर्निया से लेकर गहरे दक्षिण तक के क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। फीनिक्स शहर लगातार 20वें दिन 110 डिग्री फारेनहाइट यानि 43 डिग्री सेल्सियत तक पहुंच गया था।

उधर, उष्णकटिबंधीय तूफान केल्विन ने हवाई को तबाह कर दिया, जिससे बड़े द्वीप पर अचानक बाढ़ और खतरनाक लहर की संभावना बढ़ गई। टेक्सास ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, टेक्सास में बिना एयर कंडीशनिंग वाली जेलों में अत्यधिक गर्मी से नौ कैदियों को घातक दिल का दौरा पड़ा। अत्यधिक गर्मी के कारण 14 अन्य लोगों की मौत हो गई। टेक्सास की 100 में से लगभग 70 जेलें पूरी तरह से वातानुकूलित नहीं हैं।

चीन में भी भीषण गर्मी

चीन में भी भीषण गर्मी पड़ रही है। बीजिंग में जिसने लगातार 28वें दिन तापमान 35 डिग्री सेल्सियस (95 फारेनहाइट) से ऊपर रहने पर एक नया रिकॉर्ड बनाया। चीन दौरे पर आए यूएस जलवायु राजदूत जॉन कैरी ने उम्मीद जताई कि ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए सहयोग दो महाशक्तियों के बीच खराब चल रहे संबंधों को फिर से दुरुस्त कर सकता है। दोनों ही देश शीर्ष प्रदूषकों में से हैं। दक्षिण कोरिया में पिछले सप्ताह से मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों में भारी बारिश हो रही है। चेओंगजू शहर में एक अंडरपास में 14 मौतें हुईं, यहां 22 जुलाई को नदी का तटबंध टूटने से एक दर्जन से अधिक वाहन डूब गए। उत्तरी ग्योंगसांग के दक्षिण-पूर्वी प्रांत में 22 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से कई लोग भूस्खलन और तेज बारिश के कारण मारे गए।

यूएस जलवायु राजदूत जॉन कैरी की नसीहत

व्यापार से लेकर ताइवान तक के मुद्दों पर दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच मतभेद के बीच केरी ने चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से कहा कि जलवायु परिवर्तन को व्यापक राजनयिक मुद्दों से अलग से निपटाया जाना चाहिए। केरी ने हान से कहा कि यह धरती पर हर किसी के लिए एक सार्वभौमिक खतरा है और दुनिया के सबसे बड़े देशों, दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं, दुनिया के सबसे बड़े उत्सर्जकों को न केवल अपने लिए, बल्कि पूरी मानव जाति के लिए काम करने के लिए एक साथ आना होगा।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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