इंसानियत पर भारी पड़ रहा गन कल्चर: दुनिया में किस देश के पास सबसे ज्यादा बंदूकें, भारत किस नंबर पर

Gun Culture in America: अमेरिका में द गन कंट्रोल एक्ट के मुताबिक, राइफल या छोटा हथियार रखने के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। वहं हैंडगन खरीदने के लिए 21 साल उम्र का प्रावधान है। यहां 33 करोड़ की आबादी पर 39 करोड़ हथियार हैं।

US Gun Violence

अमेरिका में गन कल्चर

Gun Culture in America: अमेरिका में गन कल्चर काफी आम हो चुका है। कानूनी प्रावधान के मुताबिक, 18 साल अधिक उम्र का व्यक्ति बिना किसी कागजात बंदूके रख सकता है। इतना ही नहीं अमेरिका में आम लोगों को एक से एक खतरनाक बंदूके खरीदने का भी अधिकार है। यही कारण है कि यहां लगभग हर व्यक्ति के पास एक से एक खतरनाक बंदूके हैं।

अमेरिका में इस गन कल्चर को खत्म करने के लिए कानून में बदलाव की भी चर्चा हो रही है। हालांकि, कई दल इसके पक्ष में नहीं है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार को पीछे हटना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में गन कल्चर युवाओं में इतना घर कर गया है कि यह देश बंदूकों के मामले में टॉप पर पहुंच गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां प्रति 100 व्यक्तियों पर 120 बंदूके हैं।

पहले गन कल्चर की चर्चा क्यों?

अमेरिका में सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं काफी आम हो चुकी हैं। यहां कुछ दिन पहले ही टेक्सास के स्कूल में गोलीबारी की खबर आई थी। अब बीते शनिवार को टेक्सास के एक मॉल में इसी तरह की गोलीबारी हुई, जिसमें हमलावर समेत नौ लोगों की मौत हो गई। इसके बाद एक बार फिर से गन कल्चर चर्चा में आ गया है।

अब किस देश के पास सबसे ज्यादा बंदूके

एक रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया भर में एक अरब से ज्यादा बंदूके हैं। ये बंदूके न ही किसी देश की सेना या पुलिस के पास हैं, बल्कि आम नागरिकों के पास हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आम लोगों के पास बंदूकों के मामले में अमेरिका टॉप पर है। यहां 33 करोड़ की आबादी के पास 39 करोड़ हथियार हैं। वहीं आम लोगों के पास हथियारों के मामलों में दूसरे नंबर पर भारत है। वहीं इसके बाद चीन, पाकिस्तान, रूस का नंबर है।

अमेरिका में क्या है गन एक्ट

अमेरिका में गन कल्चर सीधे संविधान से जुड़ा है। द गन कंट्रोल एक्ट के मुताबिक, राइफल या छोटा हथियार रखने के लिए उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। वहं हैंडगन खरीदने के लिए 21 साल उम्र का प्रावधान है।

देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | एक्सप्लेनर्स (explainer News) और चुनाव के समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

प्रांजुल श्रीवास्तव author

मैं इस वक्त टाइम्स नाउ नवभारत से जुड़ा हुआ हूं। पत्रकारिता के 8 वर्षों के तजुर्बे में मुझे और मेरी भाषाई समझ को गढ़ने और तराशने में कई वरिष्ठ पत्रक...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited