कई राज्यों में हीटवेब का अलर्ट, पीएम मोदी भी हुए एक्टिव, गर्मी के कहर और लू से खुद को ऐसे बचाएं

मौसम विभाग ने अप्रैल से जून तक चिलचिलाती धूप और तापमान में खतरनाक वृद्धि की भविष्यवाणी की है। गर्मी की चुनौतियों से निपटने के लिए पीएम मोदी भी सक्रिय हुए हैं। आपको बता रहे हैं कि इस मौसम में किस तरह की सावधानियां बरती जानी चाहिए।

Heatwave in India

गर्मी मचाएगी कहर

Heatwave Alert And Protection: भारत के कई राज्यों में तापमान लगातार बढ़ने लगा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल ही में गर्मी से जुड़ी बीमारियों को रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे। गर्मी से बचने के लिए अकेले रहने वाले बुजुर्ग या बीमार लोगों की देखभाल करना, अपने घरों को ठंडा रखने, दिन के दौरान पर्दे और शटर या सनशेड का उपयोग करने और रात में खिड़कियां खोलने जैसे निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें कहा गया कि लोगों को दिन के दौरान निचली मंजिलों पर रहने की कोशिश करनी चाहिए और शरीर को ठंडा करने के लिए पंखे और गीले कपड़ों का उपयोग करना चाहिए।

पीएम मोदी ने की बैठक

बढ़ती गर्मी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सक्रिय हुए हैं। उन्होंने गर्मी के मौसम के लिए देश की तैयारी का आकलन करने के लिए गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई। मौसम विभाग ने अप्रैल से जून तक चिलचिलाती धूप और तापमान में खतरनाक वृद्धि की भविष्यवाणी की है। गर्मी की चुनौतियों से निपटने के लिए बुलाई गई बैठक में मध्य और पश्चिमी प्रायद्वीपीय भारत में पूर्वानुमान की गई तापमान पैटर्न पर चर्चा की गई। अनुमान लगाया गया कि अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है। प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों ने खुलासा किया कि पीएम मोदी को अप्रैल से जून की अवधि के दौरान अनुमानित मौसम की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

विभिन्न मंत्रालयों में समन्वय जरूरी

आपसी सामंजस्य वाली रणनीति के महत्व पर जोर देते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने केंद्र, राज्य और जिला प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न मंत्रालयों के बीच बिना रुकावट समन्वय की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने शासन के सभी स्तरों पर समन्वित प्रयासों की अपील की। प्रधानमंत्री ने अस्पताल में तैयारियों के साथ-साथ जागरूकता अभियान बढ़ाने की भी बात कही। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, गृह सचिव, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रतिनिधियों सहित उच्च अधिकारी मौजूद थे।

हीटवेब में बरतें कैसी सावधानियां

  • लोगों को खुद को हाइड्रेट रखना चाहिए, प्यास न होने पर भी पानी पीना चाहिए।
  • शराब, चाय, कॉफी, कार्बोनेटेड पेय से बचें।
  • ओआरएस, घर में बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि पीएं।
  • हल्के वजन वाले, हल्के रंग के और हल्के सूती कपड़े पहनें।
  • बाहर निकलते समय छाता साथ रखें, चश्मा पहनें, सिर, गर्दन, चेहरे, अंगों पर गीले कपड़े का उपयोग करें, नहाने के लिए गर्म पानी से बचें।
  • पार्क किए गए वाहनों के अंदर बच्चों या पालतू जानवरों को लावारिस न छोड़ें।
  • अगर आप खेत में काम करते हैं, तो टोपी या छाते का उपयोग करें, साथ ही अपने सिर, गर्दन, चेहरे, अंगों पर एक नम कपड़े का उपयोग करें।
  • पशुओं को छाया में रखें और पीने के लिए भरपूर पानी दें।
  • जब बाहर का तापमान अधिक हो तो एथलीटों को कड़े प्रैक्टिस से बचना चाहिए। दोपहर से 3 बजे के बीच बाहर काम करने से बचें।
  • यात्रा करते समय पानी साथ रखें।

हीटवेव से डिहाइड्रेशन की समस्या

डॉक्टरों का कहना कि हीटवेव से डिहाइड्रेशन बढ़ जाता है, जिसके कारण शरीर में तरल पदार्थों की कमी हो जाती है और अत्यधिक पसीना आता है। अगर तुरंत इलाज न किया जाए, तो निर्जलीकरण कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जिसमें गर्मी से थकावट और हीटस्ट्रोक शामिल है। यग घातक हो सकता है और पीड़ित को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ सकता है। गंभीर डीहाइड्रेशन से गुर्दे की बीमारी भी हो सकती है।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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