प्रलय की चेतावनी! हिंदू कुश हिमालय में पिछले 23 साल में सबसे कम हिमपात, समझिए कैसे दक्षिण एशिया में छा सकता है जल संकट
हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र में अंटार्कटिका और आर्कटिक के बाद दुनिया का तीसरे सबसे बड़े बर्फ और हिमनद संग्रह है। यह एशिया की प्रमुख नदियों को जन्म देता है, जो करोड़ों लोगों के पीने के पानी, सिंचाई, ऊर्जा, और जीवनयापन का आधार हैं। इन नदियों से लगभग 2 अरब लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जल प्राप्त करते हैं।

हिंदू कुश हिमालय में लगातार कम हो रहा है बर्फ का भंडार (फोटो- Pixabay)
ग्लोबल वार्मिंग का असर अब साफ तौर पर पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है। आज भारत समेत कई देशों में मौसम का अचानक से बदलना आम बात हो गई है। जो आमतौर पर पहले देखने को नहीं मिलता था। ज्यादा गर्मी, कम बारिश और ठंड में भी कमी, भारत में हाल के कुछ सालों में ऐसे बदलाव देखने को मिले हैं। अब एक और ऐसी खबर आई है, जिससे पूरा दक्षिण एशिया प्रभावित हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार हिंदू कुश हिमालय में बर्फबारी में भारी गिरावट आई है। हिंदू कुश हिमालय वो जगह है, जहां से एशिया की 10 बड़ी नदियां निकलती हैं, जिसमें हर साल पानीरहता है।
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23 साल में सबसे कम हिमपात
हिंदू कुश हिमालय (एचकेएच) क्षेत्र में इस वर्ष नवंबर और मार्च के बीच हिमपात या बर्फ का स्तर सामान्य से 23.6 प्रतिशत कम रहा, जो पिछले 23 वर्षों में सबसे कम है। अंतर-सरकारी संस्था 'इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट' (आईसीआईएमओडी) ने सोमवार को जारी 2025 की एचकेएच 'स्नो अपडेट रिपोर्ट' में यह जानकारी दी। यह लगातार तीसरा साल है जब इस क्षेत्र में मौसमी हिमपात सामान्य से कम रहा। रिपोर्ट के अनुसार, बर्फ पिघलने से प्रमुख नदी घाटियों में कुल वार्षिक जल प्रवाह में औसतन करीब 23 फीसदी का योगदान होता है। हालांकि, इस वर्ष बर्फ की चादर सामान्य स्तर से 23.6 फीसदी कम थी, जो पिछले 23 वर्षों में सबसे कम दर्ज की गई।
क्यों बर्फ में आई कमी
रिपोर्ट में कहा गया है कि सर्दियों में जमीन पर पड़ी रहने वाली बर्फ या तो तेजी से पिघल रही है या अपेक्षित मात्रा में नहीं गिर रही है। बर्फ पिघलने से बनने वाला पानी ही नदियों का रूप लेता है। आईसीआईएमओडी महानिदेशक पेमा ग्यामत्शो ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन एचकेएच क्षेत्र में बर्फ की कमी का कारण है। ग्यामत्शो ने कहा, "इस क्षेत्रीय हिम संकट तथा इसके कारण दीर्घकालिक खाद्य, जल और ऊर्जा के लिए उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए, हमें तत्काल विज्ञान आधारित, दूरदर्शी नीतियों की ओर एक आदर्श बदलाव को अपनाने तथा सीमापार जल प्रबंधन और कार्बन उत्सर्जन न्यूनीकरण के लिए नए सिरे से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की आवश्यकता है।"
हिंदू कुश हिमालय को कहा जाता है जलमीनार
हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र को "एशिया का जल मीनार" कहा जाता है क्योंकि यह एशिया की प्रमुख नदियों को जन्म देता है, जो करोड़ों लोगों के पीने के पानी, सिंचाई, ऊर्जा, और जीवनयापन का आधार हैं। इन नदियों से लगभग 2 अरब लोग प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जल प्राप्त करते हैं। HKH क्षेत्र में दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बर्फ और हिमनद संग्रह हैं (अंटार्कटिका और आर्कटिक के बाद)।
क्यों बढ़ रहा है खतरा
- जलवायु परिवर्तन- ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं। इससे बाढ़, भूस्खलन, और जल संकट की आशंका बढ़ रही है।
- विकास और पर्यावरणीय नुकसान- सड़कें, बांध और खनन से जैव विविधता को नुकसान हो रहा है।
- प्राकृतिक आपदाएं- भूकंप, बर्फबारी, बादल फटने जैसी आपदाएं आम हैं।
हिंदू कुश में कम हिमपात से जल संकट कैसे आएगा
हिंदू कुश हिमालय से ही गंगा, ब्रह्मपुत्र, सिंधु, यांग्त्से, मेकोंग, सालवीन, इरावदी जैसी कई बड़ी नदियां निकलती हैं, जो भारत, पाकिस्तान, चीन समेत कई देशों के लिए जीवनदायनी मानी जाती हैं। अब इन्हीं नदियों का पानी कम हिमपात के कारण घटने लगा है। जिसके कारण लोगों के सामने जल संकट की समस्या उत्पन्न हो सकती है। आईसीआईएमओडी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि बर्फ का स्तर इसी तरह कम होना जारी रहा तो क्षेत्र को जल की कमी का सामना करना पड़ सकता है, जिससे भूजल पर निर्भरता बढ़ जाएगी और सूखे का खतरा बढ़ जाएगा। विशेषज्ञों ने जल संकट से निपटने के लिए सरकारों से त्वरित कदम उठाने की अपील की है।
नदी | किन-किन देशों में बहती है | |
1 | गंगा | भारत, नेपाल, बांग्लादेश |
2 | ब्रह्मपुत्र | तिब्बत, भारत, बांग्लादेश |
3 | सिंधु | चीन (तिब्बत), भारत, पाकिस्तान |
4 | यांग्त्से | चीन |
5 | मेकोंग | चीन, म्यांमार, थाईलैंड, लाओस, कंबोडिया, वियतनाम |
6 | सालवीन | चीन, म्यांमार |
7 | इरावदी | म्यांमार |
किन-किन नदियों में बर्फ घटी
- रिपोर्ट के अनुसार, पिछले करीब दो दशक में गंगा घाटी में बिछी बर्फ की चादर सामान्य से 24.1 प्रतिशत कम हो गई।
- ब्रह्मपुत्र घाटी में यह 27.9 प्रतिशत कम हो गई।
- मेकोंग और सालवीन नदी घाटियों में स्थिति और भी गंभीर है, जहां बर्फ की चादर क्रमशः 51.9 प्रतिशत और 48.3 प्रतिशत कम हसे गई है।
क्या है हिंदू कुश हिमालय क्षेत्र?
यह क्षेत्र पामीर, हिंदू कुश, काराकोरम, और हिमालय पर्वत श्रृंखलाओं को मिलाकर बना है। यह क्षेत्र 8 देशों तक फैला हुआ है- भारत, नेपाल, भूटान, चीन, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार और बांग्लादेश।
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