पाकिस्तान का PM बनना, मतलब मुसीबत को दावत देना! एक को फांसी, दूसरे को मारी गोली; इमरान जेल में तो नवाज निर्वासित

Pakistan PM: पाकिस्तान में अब तक दो पीएम मारे जा चुके हैं, एक जेल में हैं और एक निर्वासित। केस की बात पूछिए ही मत। भारत से जब पाकिस्तान अलग होकर एक अलग देश बना तब से उसके यहां सियासी बवाल जारी है। जिसके कारण आज पााकिस्तान भूखमरी की कगार पर पहुंच चुका है।

पाकिस्तान में पीएम की कुर्सी पर जो बैठा, मुसीबत में घिरा (फोटो- @PTIofficial)

Pakistan PM: पाकिस्तान में इस समय बवाल मचा हुआ है, कारण है पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की गिरफ्तारी। इमरान की गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान जल रहा है। ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान में पहली बार किसी पूर्व पीएम की गिरफ्तारी हुई हो, पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना मतलब मुसीबत को दावत देने जैसा है।

अलग देश बनने के बाद से ही सियासी बवाल है जारी

पाकिस्तान में अब तक दो पीएम मारे जा चुके हैं, एक जेल में हैं और एक निर्वासित। केस की बात पूछिए ही मत। भारत से जब पाकिस्तान अलग होकर एक अलग देश बना तब से वहां सियासी बवाल जारी है। जिसके कारण आज पााकिस्तान भूखमरी की कगार पर पहुंच चुका है।

जुल्फिकार अली भुट्टो

पाकिस्तान में एक काफी मजबूत सियासी परिवार है, जिसे भुट्टो परिवार के नाम से जानते हैं। अभी के समय में इसी खानदान के बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के विदेश मंत्री है। इस परिवार के सबसे बड़े सियासी कद के नेता को फांसी दे दी गई थी। नाम था- जुल्फिकार अली भुट्टो। जुल्फिकार अली भुट्टो पाकिस्तान के बड़े नेता थे, कई बड़े पदों पर रहे, विदेश मंत्री से लेकर अध्यक्ष तक, पाकिस्तान के मुख्य मार्शल लॉ प्रशासक के चौथे राष्ट्रपति भी रहे थे। पीएम बने तो कई बदलाव लाए। लेकिन जैसा कि सभी को पता है, पाकिस्तान के गठन के बाद से ही वहां पावर सेना के पास रही है, जो उसके खिलाफ गया उसका बुरा हुआ। जुल्फिकार अली भुट्टो के साथ भी ऐसा ही हुआ। 5 जुलाई 1977 को जनरल मुहम्मद जिया-उल-हक ने तख्तापटल किया और जुल्फिकार अली भुट्टो के साथ बुरा बर्ताव होना शुरू हो गया। इसके बाद 4 अप्रैल 1979 को भुट्टो को हत्या के एक मामले में फांसी पर चढ़ा दिया गया।

End Of Feed